Question 1 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>‘काठ की हाँडी बार-बार नहीं चढती’ लोकोक्ति का अर्थ है-
Question 2 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘शिकारी ने उस पर गोली चलाई पर शेर बच गया’ इस वाक्य को शुद्ध कीजिए।
Question 3 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘जिसे जीतना बहुत कठिन हो’ इस वाक्यांश के लिए एक शब्द का चयन कीजिए।
Question 4 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के रुप में भारतीय इतिहास में वो प्रकाशमान सितारे हैं। उनका जन्म तमिलनाडु में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। डॉ कलाम का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण था हालांकि भारत की नयी पीढ़ी के लिये वो प्रेरणा स्वरुप हैं। वो ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना देखा था। जिसके लिये उन्होंने कहा कि “आपके सपने के सच हो सकने के पहले आपको सपना देखना है”। एक वैमानिकी इंजीनियर होने के अपने सपने को पूरा करने के लिये जहाज में उनकी विशाल इच्छा ने उन्हें सक्षम बनाया। एक गरीब परिवार से होने के बावजूद, उन्होंने कभी-भी अपनी पढ़ाई को नहीं रोका। डॉ कलाम ने तिरुचिरापल्ली में सेंट ज़ोसेफ़ से विज्ञान में ग्रेजुएशन और 1954 में मद्रास इंस्टीट्यूट से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। <br> 1958 में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के रुप में डीआरडीओ में शामिल हुए जहाँ उनकी अगुवाई में एक छोटी टीम, एक हावरक्राफ्ट के विकास में लगी थी। हावरक्राफ्ट कार्यक्रम से उत्साहजनक परिणाम की कमी के कारण, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) ज्वॉइन कर लिया। वो पूरे भारत भर में “भारत के मिसाइल मैन” के रुप में जाने जाते हैं क्योंकि बैलिस्टिक मिसाइल और स्पेस रॉकेट टेक्नोलॉजी के विकास में उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया है। देश में रक्षा प्रोद्योगिकी के विकास के पीछे वो संचालक शक्ति थे। उनके महान योगदान ने देश को परमाणु राष्ट्रों के समूह में खड़ा होने का मौका दिया। <br> वो एक ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक और एक इंजीनियर थे जिन्होंने वर्ष 2002 से 2007 तक देश के राष्ट्रपति के रुप में भी देश की सेवा की है। 1998 के पोखरन-द्वितीय परमाणु परीक्षण में भी उनकी समर्पित भागीदारी थी। वो दूरदर्शिता पूर्ण विचारों से युक्त व्यक्ति थे जिसने हमेशा देश के विकास का लक्ष्य देखा। “भारत 2020” के शीर्षक की अपनी किताब में उन्होंने देश के विकास बारे में कार्य योजना को स्पष्ट किया। उनके अनुसार, देश की असली संपत्ति युवा है इसी वजह से वो हमेशा उनको प्रोत्साहित और प्रेरित करते रहें हैं। वो कहते थे कि “राष्ट्र को नेतृत्व में आदर्श की जरुरत है जो युवाओं को प्रेरित कर सकें”। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, कलाम साहब किसे राष्ट्र की असली शक्ति मानते थे?
Question 5 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित में से कौन सा शब्द ‘शत्रु’ का पर्यायवाची नहीं है-
Question 6 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>“अंधायुग” किसकी रचना है?
Question 7 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, जैव विविधता का संतुलन बिगड़ने से किसके जीवन पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाएगा?
Question 8 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के रुप में भारतीय इतिहास में वो प्रकाशमान सितारे हैं। उनका जन्म तमिलनाडु में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। डॉ कलाम का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण था हालांकि भारत की नयी पीढ़ी के लिये वो प्रेरणा स्वरुप हैं। वो ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना देखा था। जिसके लिये उन्होंने कहा कि “आपके सपने के सच हो सकने के पहले आपको सपना देखना है”। एक वैमानिकी इंजीनियर होने के अपने सपने को पूरा करने के लिये जहाज में उनकी विशाल इच्छा ने उन्हें सक्षम बनाया। एक गरीब परिवार से होने के बावजूद, उन्होंने कभी-भी अपनी पढ़ाई को नहीं रोका। डॉ कलाम ने तिरुचिरापल्ली में सेंट ज़ोसेफ़ से विज्ञान में ग्रेजुएशन और 1954 में मद्रास इंस्टीट्यूट से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। <br> 1958 में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के रुप में डीआरडीओ में शामिल हुए जहाँ उनकी अगुवाई में एक छोटी टीम, एक हावरक्राफ्ट के विकास में लगी थी। हावरक्राफ्ट कार्यक्रम से उत्साहजनक परिणाम की कमी के कारण, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) ज्वॉइन कर लिया। वो पूरे भारत भर में “भारत के मिसाइल मैन” के रुप में जाने जाते हैं क्योंकि बैलिस्टिक मिसाइल और स्पेस रॉकेट टेक्नोलॉजी के विकास में उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया है। देश में रक्षा प्रोद्योगिकी के विकास के पीछे वो संचालक शक्ति थे। उनके महान योगदान ने देश को परमाणु राष्ट्रों के समूह में खड़ा होने का मौका दिया। <br> वो एक ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक और एक इंजीनियर थे जिन्होंने वर्ष 2002 से 2007 तक देश के राष्ट्रपति के रुप में भी देश की सेवा की है। 1998 के पोखरन-द्वितीय परमाणु परीक्षण में भी उनकी समर्पित भागीदारी थी। वो दूरदर्शिता पूर्ण विचारों से युक्त व्यक्ति थे जिसने हमेशा देश के विकास का लक्ष्य देखा। “भारत 2020” के शीर्षक की अपनी किताब में उन्होंने देश के विकास बारे में कार्य योजना को स्पष्ट किया। उनके अनुसार, देश की असली संपत्ति युवा है इसी वजह से वो हमेशा उनको प्रोत्साहित और प्रेरित करते रहें हैं। वो कहते थे कि “राष्ट्र को नेतृत्व में आदर्श की जरुरत है जो युवाओं को प्रेरित कर सकें”। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, मद्रास इंस्टीट्यूट से ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने किसकी पढाई पूरी की?
Question 9 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, मनुष्य को किसके प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की आवश्यकता है?
Question 10 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘दूध का जला मट्ठा भी फूंक-फूंक कर पीता है’ इस लोकोक्ति का अर्थ है -
Question 11 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘थोथा चना बाजे घना’ लोकोक्ति का सही अर्थ क्या है?
Question 12 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से तद्भव शब्द कौन सा है?
Question 13 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘शिशु’ शब्द की भाववाचक संज्ञा बताइए।
Question 14 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, किसके प्रति अत्यंत संवेदनशील होने की आवश्यकता है?
Question 15 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘थोथा चना बाजे घना’ लोकोक्ति का सही अर्थ क्या है?
Question 16 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से तद्भव शब्द कौन सा है?
Question 17 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>य, र, ल, व – किस वर्ग के व्यंजन हैं?
Question 18 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘शिशु’ शब्द की भाववाचक संज्ञा बताइए।
Question 19 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित में से तालव्य व्यंजन कौन से हैं?
Question 20 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से किस वाक्य में ‘अकर्मक क्रिया’ प्रयुक्त हुई है?
Question 21 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> कई संस्कृतियों में दया को एक आवश्यक गुण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दया मनुष्य को ईश्वर से वरदान में मिले सात महत्वपूर्ण गुणों में से एक है। अन्य गुणों में अंतरात्मा, सम्मान, सहिष्णुता, आत्म-नियंत्रण, निष्पक्षता और सहानुभूति शामिल हैं। दयालु होने से तात्पर्य हमारे आसपास के लोगों के प्रति विनम्र और मैत्रीपूर्ण होना तथा उनकी सहायता करना है। हालांकि आवश्यकता के हिसाब से दया एक विशेष गुण नहीं है जो सामान्यतः इन दिनों लोगों में पाई जाती है। आज के समय में लोग बेहद आत्म-अवशोषित हो गए हैं। वे केवल स्वयं के बारे में सोचते हैं। हमारे जीवन में विभिन्न चरणों में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मुख्य कारणों में से एक यह है कि लोग इस तरह से आगे बढ़ रहे हैं। हर कोई अपने आप को बेहतर बनाने में व्यस्त है और दुनिया को यह दिखाना चाह रहा है कि उनकी ज़िंदगी दूसरों की तुलना में कितनी बेहतर है। वे जो चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए वे कोई भी रास्ता चुनने में नहीं झिझकते हैं। हालांकि अपने आप को सुधारने में कुछ भी गलत नहीं है लेकिन यह समझना चाहिए कि जीवन बहुत बड़ा है और जरुरी नहीं है कि जो वे सोच रहे हैं वही सब कुछ है। लोग इतने मतलबी हो गए हैं और यह नहीं समझ पाते कि भगवान बहुत दयालु है और उन्हें भी दूसरों के प्रति दयालु होना चाहिए। अब जहाँ अधिकांश लोगों में दयालुता के गुण नहीं देखे जाते तो ये गुण बहुत कम प्रयासों के साथ उनमें डाले जा सकते हैं। इसकी शुरुआत इसके महत्व के बारे में शिक्षित करके किया जा सकती है। दयालुता का महत्व विद्यालय में पढ़ाया जाना चाहिए। कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए और बच्चों को इसके बारे में बताने के लिए व्याख्यान दिए जाने चाहिए कि लोगों के प्रति दयालु होना क्यों आवश्यक है। स्कूलों में इस विषय को पाठ्यक्रम का एक हिस्सा बनाना अनिवार्य करना होगा। लोगों को इसे समझने और इसे मानने के लिए बहुत शुरुआत से ही इसके महत्व पर जोर डालना होगा। लोगों के रिश्ते में सबसे आम लक्षण क्या है? यह और कुछ नहीं बल्कि दयालुता है। कोई भी व्यक्ति अशिष्ट, अभिमानी, स्वार्थी और घमंडी लोगों के साथ दोस्ती करना पसंद नहीं करता है। हर कोई उन लोगों को पसंद करता है जो नम्र, विनम्र, दयालु और उदार हैं। हमें लोगों के प्रति दयालु होना चाहिए लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि शुरुआत घर से होती है इसलिए हमें अपने निकट और प्यारे लोगों से शुरू करना चाहिए। बहुत से लोग अपने पड़ोसियों, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति उदार और विनम्र होते हैं लेकिन अपने परिवार, माता-पिता, बच्चों और भाई-बहनों आदि सदस्यों के साथ वे असभ्य व्यवहार करते हैं। वे उन्हें डांटते हैं, उनकी ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और अक्सर उनके साथ तर्क करते हैं। इस तरह के लोगों को दयालु नहीं कहा जा सकता है। चाहे वे बाहर के लोगों के प्रति कितने भी अच्छे हों या चाहे वे कितना दान देते हो। यदि वे घर के सदस्यों के प्रति दयालु नहीं हैं तो उन्होंने केवल एक अच्छी छवि को बनाए रखने के लिए अपने चेहरे पर मुखौटा लगा रखा है। वास्तव में वे अंदर से हताश हैं और उनकी सारी निराशा घर के सदस्यों पर उतरती है। यदि कोई व्यक्ति दिल से बहुत दयालु है तो वह घर पर और साथ ही बाहर भी दयालु होगा। बदले में किसी चीज की उम्मीद किए बिना लोगों के प्रति दयालु होने के कारण आंतरिक शांति और खुशी मिलती है। यह जीवन को सुखदायी बनाता है। दया व्यवहार करना मुश्किल नहीं है। हमारे आस-पास के लोगों पर दयालुता को बरकरार रखना हम में से हर एक का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, कोई भी व्यक्ति किस गुण वाले व्यक्ति को पसंद करता है?
Question 22 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से अशुद्ध वर्तनी वाले शब्द का चयन कीजिए।
Question 23 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से अशुद्ध वर्तनी वाले शब्द का चयन कीजिए।
Question 24 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘जागृत’ विलोम शब्द क्या है?
Question 25 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित वाक्यों में से किसमे अकर्मक क्रिया प्रयुक्त है?
Question 26 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित वाक्यों में से किसमे अकर्मक क्रिया प्रयुक्त है?
Question 27 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित प्रत्येक विकल्प में से ऐसे शब्द का चयन कीजिए जिसमे ‘सम्’ उपसर्ग जोड़ने से एक नया शब्द निर्मिंत होता है?
Question 28 :
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। <br> लोकतंत्र को सरकार का सबसे अच्छा रूप कहा जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति देता है। सरकार देश के आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं। कई देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। न केवल सबसे बड़ा अपितु भारतीय लोकतंत्र को सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक माना जाता है। भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जाति भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में। चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके। भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करने का है। हालांकि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनके लिए सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लिंग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए। <br>गद्यांश के अनुसार, किसकी बुद्धि और जागरूकता के कारण सरकार की सफलता या विफलता का निर्धारण होता है?
Question 29 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘शिकारी ने उस पर गोली चलाई पर शेर बच गया’ इस वाक्य को शुद्ध कीजिए।
Question 30 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> समाज को यदि एक वृक्ष मान लिया जाए, तो अर्थ नीति उसकी जड़ है। राजनीति आधार, विज्ञान आदि उसके तने हैं और संस्कृति उसके फुल। इसलिए नए समाज की अर्थ नीति या राजनीति आदि पर ही हमें ध्यान नहीं देना है, बल्कि उसकी संस्कृति की ओर सबसे अधिक ध्यान देना है, क्योंकि मूल और तने की सार्थकता तो उसके फूल में ही है। फिर इन तीनों का समबन्ध परस्पर इतना गहरा है कि आप इन्हें अलग-अलग कर भी नहीं सकते। नई अर्थ नीति और राजनीति के साथ एक नई संस्कृति का विकास हमारी आँखों के सामनें हो रहा है, भले ही हम उसे देख न पाएँ या उसकी ओर से आँखें मूँद लें। अन्य क्षेत्रों में हमारी पंचवर्षीय योजनाएँ आ रही हैं, किन्तु क्या यह आश्चर्य की बात नहीं है कि संस्कृति के विकास में प्रगति देने के लिए एक भी व्यापक योजना हमारे सामने नहीं आ रही है। जब राजनीति और अर्थशास्त्र दूसरी बड़ी-बड़ी योजनाओं में लगे हों, ओ कलाकारों! चलो हम अपनी परिमित शक्ति से इस क्षेत्र में कुछ काम कर दिखाएँ। आखिर यह क्षेत्र भी तो हमारा ही है। गुलाब की खेती के माली तो हम ही हैं। फूलों के संसार के भौंरे तो हम ही हैं, हम न करेगे, तो करेगा कौन? <br> <br>आर्थिक विकास और वैज्ञानिक उन्नति के बावजूद हमारा विकास अधूरा है, जब तक-
Question 31 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, जैव विविधता के गौरव में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
Question 32 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के रुप में भारतीय इतिहास में वो प्रकाशमान सितारे हैं। उनका जन्म तमिलनाडु में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। डॉ कलाम का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण था हालांकि भारत की नयी पीढ़ी के लिये वो प्रेरणा स्वरुप हैं। वो ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना देखा था। जिसके लिये उन्होंने कहा कि “आपके सपने के सच हो सकने के पहले आपको सपना देखना है”। एक वैमानिकी इंजीनियर होने के अपने सपने को पूरा करने के लिये जहाज में उनकी विशाल इच्छा ने उन्हें सक्षम बनाया। एक गरीब परिवार से होने के बावजूद, उन्होंने कभी-भी अपनी पढ़ाई को नहीं रोका। डॉ कलाम ने तिरुचिरापल्ली में सेंट ज़ोसेफ़ से विज्ञान में ग्रेजुएशन और 1954 में मद्रास इंस्टीट्यूट से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। <br> 1958 में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के रुप में डीआरडीओ में शामिल हुए जहाँ उनकी अगुवाई में एक छोटी टीम, एक हावरक्राफ्ट के विकास में लगी थी। हावरक्राफ्ट कार्यक्रम से उत्साहजनक परिणाम की कमी के कारण, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) ज्वॉइन कर लिया। वो पूरे भारत भर में “भारत के मिसाइल मैन” के रुप में जाने जाते हैं क्योंकि बैलिस्टिक मिसाइल और स्पेस रॉकेट टेक्नोलॉजी के विकास में उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया है। देश में रक्षा प्रोद्योगिकी के विकास के पीछे वो संचालक शक्ति थे। उनके महान योगदान ने देश को परमाणु राष्ट्रों के समूह में खड़ा होने का मौका दिया। <br> वो एक ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक और एक इंजीनियर थे जिन्होंने वर्ष 2002 से 2007 तक देश के राष्ट्रपति के रुप में भी देश की सेवा की है। 1998 के पोखरन-द्वितीय परमाणु परीक्षण में भी उनकी समर्पित भागीदारी थी। वो दूरदर्शिता पूर्ण विचारों से युक्त व्यक्ति थे जिसने हमेशा देश के विकास का लक्ष्य देखा। “भारत 2020” के शीर्षक की अपनी किताब में उन्होंने देश के विकास बारे में कार्य योजना को स्पष्ट किया। उनके अनुसार, देश की असली संपत्ति युवा है इसी वजह से वो हमेशा उनको प्रोत्साहित और प्रेरित करते रहें हैं। वो कहते थे कि “राष्ट्र को नेतृत्व में आदर्श की जरुरत है जो युवाओं को प्रेरित कर सकें”। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, एक गरीब परिवार में पैदा होने के बावजूद, कलाम ने क्या करना नहीं छोड़ा?
Question 33 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ किसके लेखक हैं?
Question 34 :
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। <br> लोकतंत्र को सरकार का सबसे अच्छा रूप कहा जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति देता है। सरकार देश के आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं। कई देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। न केवल सबसे बड़ा अपितु भारतीय लोकतंत्र को सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक माना जाता है। भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जाति भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में। चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके। भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करने का है। हालांकि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनके लिए सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लिंग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए। <br>गद्यांश के अनुसार, किस देश के लोकतंत्र को सबसे सफल लोकतंत्र माना जाता है?
Question 35 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से किस वाक्य में ‘अकर्मक क्रिया’ प्रयुक्त हुई है?
Question 36 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए?
Question 37 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से किस विकल्प के सभी शब्द शुद्ध हैं।
Question 38 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, मनुष्य को किसके प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की आवश्यकता है?
Question 39 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br><b>अर्वाचीन</b> संस्कृत साहित्य अपने आप में सभी विषयों और शास्त्रों के समागम का एक कोश कहा जा सकता है। इस वाक्य में रेखांकित शब्द का विलोम शब्द बताइए।
Question 40 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>‘संस्कार’ शब्द में किस उपसर्ग का प्रयोग हुआ है?
Question 41 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से किस शब्द के सभी शब्द अशुद्ध हैं?
Question 42 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, एक समृद्ध जैव विविधता का निर्माण कब होता है?
Question 43 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>‘करुण रस’ का स्थायी भाव क्या है?
Question 44 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘छाती पीटना’ मुहावरे का अर्थ है-
Question 45 :
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। <br> लोकतंत्र को सरकार का सबसे अच्छा रूप कहा जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति देता है। सरकार देश के आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं। कई देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। न केवल सबसे बड़ा अपितु भारतीय लोकतंत्र को सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक माना जाता है। भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जाति भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में। चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके। भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करने का है। हालांकि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनके लिए सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लिंग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए। <br>गद्यांश के अनुसार, सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए किसे समाप्त करने की आवश्यकता है?
Question 46 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> समाज को यदि एक वृक्ष मान लिया जाए, तो अर्थ नीति उसकी जड़ है। राजनीति आधार, विज्ञान आदि उसके तने हैं और संस्कृति उसके फुल। इसलिए नए समाज की अर्थ नीति या राजनीति आदि पर ही हमें ध्यान नहीं देना है, बल्कि उसकी संस्कृति की ओर सबसे अधिक ध्यान देना है, क्योंकि मूल और तने की सार्थकता तो उसके फूल में ही है। फिर इन तीनों का समबन्ध परस्पर इतना गहरा है कि आप इन्हें अलग-अलग कर भी नहीं सकते। नई अर्थ नीति और राजनीति के साथ एक नई संस्कृति का विकास हमारी आँखों के सामनें हो रहा है, भले ही हम उसे देख न पाएँ या उसकी ओर से आँखें मूँद लें। अन्य क्षेत्रों में हमारी पंचवर्षीय योजनाएँ आ रही हैं, किन्तु क्या यह आश्चर्य की बात नहीं है कि संस्कृति के विकास में प्रगति देने के लिए एक भी व्यापक योजना हमारे सामने नहीं आ रही है। जब राजनीति और अर्थशास्त्र दूसरी बड़ी-बड़ी योजनाओं में लगे हों, ओ कलाकारों! चलो हम अपनी परिमित शक्ति से इस क्षेत्र में कुछ काम कर दिखाएँ। आखिर यह क्षेत्र भी तो हमारा ही है। गुलाब की खेती के माली तो हम ही हैं। फूलों के संसार के भौंरे तो हम ही हैं, हम न करेगे, तो करेगा कौन? <br> <br>समाज, राजनीति, अर्थनीति, विज्ञान और संस्कृति क्रमशः प्रतीक हैं-
Question 47 :
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। <br> लोकतंत्र को सरकार का सबसे अच्छा रूप कहा जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति देता है। सरकार देश के आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं। कई देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। न केवल सबसे बड़ा अपितु भारतीय लोकतंत्र को सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक माना जाता है। भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जाति भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में। चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके। भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करने का है। हालांकि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनके लिए सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लिंग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए। <br>गद्यांश के अनुसार, किसकी बुद्धि और जागरूकता के कारण सरकार की सफलता या विफलता का निर्धारण होता है?
Question 48 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है जिसमें अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे और पशु-पक्षी एक साथ रहते है। हर किस्म की वनस्पति और पशुवर्ग पृथ्वी के वातावरण को बेहतर बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते है जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर जीवन समृद्धशाली बनता है। ये सभी प्रजातियां एक दूसरे की मूलभूत जरूरतों को पूरा करती हैं जिससे एक समृद्धशाली जैव विविधिता का निर्माण होता है। हालाँकि पिछले कई सालों से जैव विविधता को समृद्ध बनाये रखने पर जोर दिया जा रहा है परंतु फिर भी कुछ समय से इसकी गरिमा में गिरावट देखी गयी है जिसकी आने वाले समय में और भी ज्यादा गिरने की आंशका जताई जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण है औद्योगिक फैक्टरियों से लगातार निकलता प्रदूषण। इस प्रदूषण के कारण ही कई वनस्पतियों की और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त हो गयी हैं और कई होने की कग़ार पर हैं। इस बदलाव का एक संकेत तो साफ़ है की आने वाले समय में हमारे गृह पृथ्वी पर बहुत ही भयंकर संकट खड़ा हो जायेगा। इससे जैव विविधता का संतुलन तो निश्चित रूप से बिगड़ेगा ही तथा मनुष्य के साथ साथ जीवजंतुओं के जीवन पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जायेगा। सबसे पहले यह जरुरी है की हम वातावरण संबंधी मुसीबतों के प्रति अत्यंत संवेदनशील हो। कई देशों की सरकार लोगों के बीच जैव विविधता के बिगड़ते संतुलन को लेकर जागरूकता फैला रही है और कोशिश कर रही है की इस पर जल्दी काबू पाया जाये। यह आम आदमी की भी जिम्मेदारी है की वह इस नेक कार्य में हिस्सा ले और वातावरण को शुद्ध बनाने में सरकार का सहयोग करे। मनुष्य के तकनीक के प्रति बढ़ते प्रेम को कम करने की जरुरत है। वह तकनीक और नए नए अविष्कार करने में इतना मग्न हो गया है की उसे अपने आसपास के वातावरण के बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना देना ही नहीं है। मनुष्य को इस तरफ सोचना होगा की दूषित होते वातावरण से सिर्फ उसका ही नुकसान हो रहा है। <br>गद्यांश के अनुसार, जैव विविधता के गौरव में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
Question 49 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए?
Question 50 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>‘आँख का नीर ढल जाना’, मुहावरे का अर्थ है-
Question 51 :
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। <br> लोकतंत्र को सरकार का सबसे अच्छा रूप कहा जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति देता है। सरकार देश के आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं। कई देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। न केवल सबसे बड़ा अपितु भारतीय लोकतंत्र को सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक माना जाता है। भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जाति भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में। चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके। भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करने का है। हालांकि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनके लिए सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लिंग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए। <br>गद्यांश के अनुसार, भारतीय राजनीति में चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में कौन एक बड़ा कारक है?
Question 52 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> कई संस्कृतियों में दया को एक आवश्यक गुण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दया मनुष्य को ईश्वर से वरदान में मिले सात महत्वपूर्ण गुणों में से एक है। अन्य गुणों में अंतरात्मा, सम्मान, सहिष्णुता, आत्म-नियंत्रण, निष्पक्षता और सहानुभूति शामिल हैं। दयालु होने से तात्पर्य हमारे आसपास के लोगों के प्रति विनम्र और मैत्रीपूर्ण होना तथा उनकी सहायता करना है। हालांकि आवश्यकता के हिसाब से दया एक विशेष गुण नहीं है जो सामान्यतः इन दिनों लोगों में पाई जाती है। आज के समय में लोग बेहद आत्म-अवशोषित हो गए हैं। वे केवल स्वयं के बारे में सोचते हैं। हमारे जीवन में विभिन्न चरणों में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मुख्य कारणों में से एक यह है कि लोग इस तरह से आगे बढ़ रहे हैं। हर कोई अपने आप को बेहतर बनाने में व्यस्त है और दुनिया को यह दिखाना चाह रहा है कि उनकी ज़िंदगी दूसरों की तुलना में कितनी बेहतर है। वे जो चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए वे कोई भी रास्ता चुनने में नहीं झिझकते हैं। हालांकि अपने आप को सुधारने में कुछ भी गलत नहीं है लेकिन यह समझना चाहिए कि जीवन बहुत बड़ा है और जरुरी नहीं है कि जो वे सोच रहे हैं वही सब कुछ है। लोग इतने मतलबी हो गए हैं और यह नहीं समझ पाते कि भगवान बहुत दयालु है और उन्हें भी दूसरों के प्रति दयालु होना चाहिए। अब जहाँ अधिकांश लोगों में दयालुता के गुण नहीं देखे जाते तो ये गुण बहुत कम प्रयासों के साथ उनमें डाले जा सकते हैं। इसकी शुरुआत इसके महत्व के बारे में शिक्षित करके किया जा सकती है। दयालुता का महत्व विद्यालय में पढ़ाया जाना चाहिए। कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए और बच्चों को इसके बारे में बताने के लिए व्याख्यान दिए जाने चाहिए कि लोगों के प्रति दयालु होना क्यों आवश्यक है। स्कूलों में इस विषय को पाठ्यक्रम का एक हिस्सा बनाना अनिवार्य करना होगा। लोगों को इसे समझने और इसे मानने के लिए बहुत शुरुआत से ही इसके महत्व पर जोर डालना होगा। लोगों के रिश्ते में सबसे आम लक्षण क्या है? यह और कुछ नहीं बल्कि दयालुता है। कोई भी व्यक्ति अशिष्ट, अभिमानी, स्वार्थी और घमंडी लोगों के साथ दोस्ती करना पसंद नहीं करता है। हर कोई उन लोगों को पसंद करता है जो नम्र, विनम्र, दयालु और उदार हैं। हमें लोगों के प्रति दयालु होना चाहिए लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि शुरुआत घर से होती है इसलिए हमें अपने निकट और प्यारे लोगों से शुरू करना चाहिए। बहुत से लोग अपने पड़ोसियों, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति उदार और विनम्र होते हैं लेकिन अपने परिवार, माता-पिता, बच्चों और भाई-बहनों आदि सदस्यों के साथ वे असभ्य व्यवहार करते हैं। वे उन्हें डांटते हैं, उनकी ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और अक्सर उनके साथ तर्क करते हैं। इस तरह के लोगों को दयालु नहीं कहा जा सकता है। चाहे वे बाहर के लोगों के प्रति कितने भी अच्छे हों या चाहे वे कितना दान देते हो। यदि वे घर के सदस्यों के प्रति दयालु नहीं हैं तो उन्होंने केवल एक अच्छी छवि को बनाए रखने के लिए अपने चेहरे पर मुखौटा लगा रखा है। वास्तव में वे अंदर से हताश हैं और उनकी सारी निराशा घर के सदस्यों पर उतरती है। यदि कोई व्यक्ति दिल से बहुत दयालु है तो वह घर पर और साथ ही बाहर भी दयालु होगा। बदले में किसी चीज की उम्मीद किए बिना लोगों के प्रति दयालु होने के कारण आंतरिक शांति और खुशी मिलती है। यह जीवन को सुखदायी बनाता है। दया व्यवहार करना मुश्किल नहीं है। हमारे आस-पास के लोगों पर दयालुता को बरकरार रखना हम में से हर एक का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, जो व्यक्ति बाहरी लोगों के साथ दयालुता का व्यवहार करते हैं लेकिन घर के व्यक्तियों के प्रति दयालुता का भाव नहीं रखते हैं वे आंतरिक रूप से कैसे होते हैं?
Question 53 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘निर्दोष शब्द का सही संधि-विच्छेद है-
Question 54 :
<b> नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br> कई संस्कृतियों में दया को एक आवश्यक गुण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दया मनुष्य को ईश्वर से वरदान में मिले सात महत्वपूर्ण गुणों में से एक है। अन्य गुणों में अंतरात्मा, सम्मान, सहिष्णुता, आत्म-नियंत्रण, निष्पक्षता और सहानुभूति शामिल हैं। दयालु होने से तात्पर्य हमारे आसपास के लोगों के प्रति विनम्र और मैत्रीपूर्ण होना तथा उनकी सहायता करना है। हालांकि आवश्यकता के हिसाब से दया एक विशेष गुण नहीं है जो सामान्यतः इन दिनों लोगों में पाई जाती है। आज के समय में लोग बेहद आत्म-अवशोषित हो गए हैं। वे केवल स्वयं के बारे में सोचते हैं। हमारे जीवन में विभिन्न चरणों में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मुख्य कारणों में से एक यह है कि लोग इस तरह से आगे बढ़ रहे हैं। हर कोई अपने आप को बेहतर बनाने में व्यस्त है और दुनिया को यह दिखाना चाह रहा है कि उनकी ज़िंदगी दूसरों की तुलना में कितनी बेहतर है। वे जो चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए वे कोई भी रास्ता चुनने में नहीं झिझकते हैं। हालांकि अपने आप को सुधारने में कुछ भी गलत नहीं है लेकिन यह समझना चाहिए कि जीवन बहुत बड़ा है और जरुरी नहीं है कि जो वे सोच रहे हैं वही सब कुछ है। लोग इतने मतलबी हो गए हैं और यह नहीं समझ पाते कि भगवान बहुत दयालु है और उन्हें भी दूसरों के प्रति दयालु होना चाहिए। अब जहाँ अधिकांश लोगों में दयालुता के गुण नहीं देखे जाते तो ये गुण बहुत कम प्रयासों के साथ उनमें डाले जा सकते हैं। इसकी शुरुआत इसके महत्व के बारे में शिक्षित करके किया जा सकती है। दयालुता का महत्व विद्यालय में पढ़ाया जाना चाहिए। कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए और बच्चों को इसके बारे में बताने के लिए व्याख्यान दिए जाने चाहिए कि लोगों के प्रति दयालु होना क्यों आवश्यक है। स्कूलों में इस विषय को पाठ्यक्रम का एक हिस्सा बनाना अनिवार्य करना होगा। लोगों को इसे समझने और इसे मानने के लिए बहुत शुरुआत से ही इसके महत्व पर जोर डालना होगा। लोगों के रिश्ते में सबसे आम लक्षण क्या है? यह और कुछ नहीं बल्कि दयालुता है। कोई भी व्यक्ति अशिष्ट, अभिमानी, स्वार्थी और घमंडी लोगों के साथ दोस्ती करना पसंद नहीं करता है। हर कोई उन लोगों को पसंद करता है जो नम्र, विनम्र, दयालु और उदार हैं। हमें लोगों के प्रति दयालु होना चाहिए लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि शुरुआत घर से होती है इसलिए हमें अपने निकट और प्यारे लोगों से शुरू करना चाहिए। बहुत से लोग अपने पड़ोसियों, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति उदार और विनम्र होते हैं लेकिन अपने परिवार, माता-पिता, बच्चों और भाई-बहनों आदि सदस्यों के साथ वे असभ्य व्यवहार करते हैं। वे उन्हें डांटते हैं, उनकी ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और अक्सर उनके साथ तर्क करते हैं। इस तरह के लोगों को दयालु नहीं कहा जा सकता है। चाहे वे बाहर के लोगों के प्रति कितने भी अच्छे हों या चाहे वे कितना दान देते हो। यदि वे घर के सदस्यों के प्रति दयालु नहीं हैं तो उन्होंने केवल एक अच्छी छवि को बनाए रखने के लिए अपने चेहरे पर मुखौटा लगा रखा है। वास्तव में वे अंदर से हताश हैं और उनकी सारी निराशा घर के सदस्यों पर उतरती है। यदि कोई व्यक्ति दिल से बहुत दयालु है तो वह घर पर और साथ ही बाहर भी दयालु होगा। बदले में किसी चीज की उम्मीद किए बिना लोगों के प्रति दयालु होने के कारण आंतरिक शांति और खुशी मिलती है। यह जीवन को सुखदायी बनाता है। दया व्यवहार करना मुश्किल नहीं है। हमारे आस-पास के लोगों पर दयालुता को बरकरार रखना हम में से हर एक का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। <br> <br>उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, मनुष्य को ईश्वर से मिले सात गुणों में कौन सा गुण सम्मिलत नहीं है?
Question 55 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से कौन सा शब्द तत्सम नहीं है?
Question 56 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘निर्दोष शब्द का सही संधि-विच्छेद है-
Question 57 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘बिना पलक गिराये हुए’ इस वाक्यांश के लिए एक शब्द का चयन कीजिए।
Question 58 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘पंकज’ शब्द में कौन सा समास है?
Question 59 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘मर्कट’ का पर्यायवाची शब्द है-
Question 60 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>सूर्यदेव को जल <b>अर्पण</b> करने से सूर्यदेव की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। रेखांकित शब्द का विलोम शब्द क्या है?
Question 61 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘पर्यावरण’ शब्द का संधि विच्छेद कौन सा है?
Question 62 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>’अष्टाध्यायी’ शब्द में कौन सा समास है?
Question 63 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br><b> 'तरणि के ही संग तरल तरंग में, </b> <br> <b>तरणि डूबी थी हमारी ताल में। </b> <br> इसमें प्रयुक्त अलंकार है
Question 64 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>निम्न में से किस शब्द की वर्तनी शुद्ध नहीं है?
Question 65 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>सूर्यदेव को जल <b>अर्पण</b> करने से सूर्यदेव की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। रेखांकित शब्द का विलोम शब्द क्या है?
Question 66 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से किस विकल्प में सही विलोम-युग्म है?
Question 67 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिए गए हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br> <br> कवि का काम है वह प्रकृति-विलास को खूब ध्यान से देखे। प्रकृति की लीला का कोई ओर-छोर नहीं। वह <br> अनन्त है। प्रकृति अद्भुत खेल करती है। एक छोटे-से फूल में वह अजीब-अजीब कौशल दिखाती है। वे साधारण आदमियों के ध्यान में नहीं आते। वे उनको समझ नहीं सकते। पर कवि अपनी सुक्ष्म दृष्टि से प्रकृति के कौशल अच्छी तरह देख लेता है, उसका वर्णन भी करता है; उनसे नाना प्रकार की शिक्षा भी ग्रहण करता है और अपनी कविता के द्वारा संसार को लाभ भी पहुँचाता है। जिस कवि में प्रकृतिक दृश्य और प्रकृति के कौशल देखने और समझने का जितना ही अधिक ज्ञान होता है, वह उतना ही बड़ा कवि भी होता है। <br> <br>लेखक क्यों कहता है कि प्रकृति की लीला का कोई ओर-छोर नहीं?
Question 68 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘सद्भावना’ शब्द में कौन सा समास है?
Question 69 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘दिवस’ का विलोम शब्द है-
Question 70 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘निर्वाह’ शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है?
Question 71 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>‘हानि-लाभ’ में कौन- सा समास है?
Question 72 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।</b> <br>निम्नलिखित में से कौन सा शब्द अर्थ की दृष्टि से ‘आली’ शब्द से संबद्ध नहीं है?
Question 73 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br> <br>मोर, चन्द्रमा, कमल और सिंह, किस शब्द के अनेकार्थी शब्द हैं?
Question 74 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br><b>‘मनोरंजन’ </b>शब्द में प्रयुक्त संधि के प्रकार का चयन, नीचे दिए गए विकल्पों में से कीजिए-
Question 75 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>निम्न में से अनिश्चयवाचक सर्वनाम कौन सा है?
Question 76 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>निम्नलिखित में से शुद्ध वर्तनी वाले शब्द का चयन कीजिए-
Question 77 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>‘जो आँखों के सामने न हो’, इस वाक्यांश के लिए एक शब्द है-
Question 78 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए एवं उनके अनुरूप उत्तर दीजिए। </b> <br> <br>नारायण की उस ‘ <b>वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा’</b> बढ़ती जा रही है। रेखांकित अंश के लिए एक शब्द का चयन।
Question 79 :
<b>निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>’सूर्य’ का पर्यायवाची शब्द नहीं है-
Question 80 :
<b>निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। </b> <br>निम्नलिखित में से कौन सा तद्भव शब्द है?