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I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए:, पाठ 09, ईमानदारों के सम्मेलन में, प्रश्न 1., प्रस्तुत कहानी के लेखक कौन हैं?, उत्तरः, प्रस्तुत कहानी के लेखक हरिशंकर परसाई हैं।, प्रश्न 2., लेखक दूसरे दर्जे में क्यों सफर करना चाहते थे?, उत्तर:, लेखक दूसरे दर्जे में इसलिए सफर करना चाहते थे कि, दूसरे दर्जे में जाएँगे और पहले का किराया लेना चाहते थे।, प्रश्न 3., लेखक की चप्पलें किसने पहनी थीं?, उत्तरः, लेखक की चप्पलें एक ईमानदार डेलिगेट ने पहनी थीं।, प्रश्न 4., स्वागत समिति के मंत्री किसको डाँटने लगे?, उत्तरः, स्वागत समिति के मंत्री कार्यकर्ताओं को डाँटने लगे।
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प्रश्न 5., लेखक पहनने के कपडे कहाँ दबाकर सोये?, उत्तर:, लेखक पहनने के कपडे सिरहाने दबाकर सोये।, प्रश्न 6., सम्मेलन में लेखक के भाग लेने से किन-किन को प्रेरणा, मिल सकती थी?, उत्तर:, सम्मेलन में लेखक के भाग लेने से ईमानदारों तथा, उदीयमान ईमानदारों को प्रेरणा मिल सकती थी।, प्रश्न 7., लेखक को कहाँ ठहराया गया?, उत्तरः, लेखक को एक बडे कमरे में ठहराया गया।, प्रश्न 8., ब्रीफकेस में क्या था?, उत्तरः, ब्रीफकेस में कागजात थे।
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प्रश्न 9., लेखक ने धूप का चश्मा कहाँ रखा था?, उत्तरः, लेखक ने धूप का चश्मा कमरे की टेबल पर रखा था।, प्रश्न 10., तीसरे दिन लेखक के कमरे से क्या गायब हो गया था?, उत्तरः, तीसरे दिन लेखक के कमरे से कम्बल गायब हो गया था।, I. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए:, प्रश्न 1., लेखक को भेजे गये निमंत्रण पत्र में क्या लिखा गया था?, उत्तरः, लेखक को भेजे गये निमंत्रण पत्र में यह लिखा गया था, कि - हम लोग इस शहर में एक ईमानदार सम्मेलन कर, रहे हैं। आप देश के प्रसिद्ध ईमानदार हैं। हमारी प्रार्थना है।, कि आप इस सम्मेलन का उद्घाटन करें। हम आपको, आने-जाने का पहले दर्जे का किराया देंगे तथा आवास,, भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था करेंगे। आपके आगमन, से ईमानदारों तथा उदीयमान ईमानदारों को बडी प्रेरणा, मिलेगी।
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प्रश्न 2., फूल मालाएँ मिलने पर लेखक क्या सोचने लगे ?, उत्तरः, ईमानदारों के सम्मेलन के लिए जब लेखक रेलवे स्टेशन, पहुंचे, उनका खूब स्वागत हुआ। लगभग दस बड़ी फूल-, मालाएँ पहनायी गयीं। फूल-मालाएँ मिलने पर लेखक ने, सोचा, आस-पास कोई माली होता तो फूल-मालाएँ भी, बेच देता।, प्रश्न 3., लेखक ने मंत्री को क्या समझाया ?, उत्तरः, जब रोज चीजे गायब होने लगी तो सम्मेलन को आए, प्रतिनिधियों ने हल्ला मचाया। स्वागत समिति के मंत्री ने, आकर कार्यकर्ताओं को डाँटा और पुलिस को बुलाने की, बात कही। तब लेखक ने मंत्री को समझाया कि, ईमानदारों के सम्मेलन में पुलिस ईमानदारों की तलाशी, ले, यह बड़ी अशोभनीय बात होगी। इतने बड़े सम्मेलन में, थोड़ी गड़बड़ी तो होगी ही कहकर उनको रोक लिया ।
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प्रश्न 4., चप्पलों की चोरी होने पर ईमानदार डेलीगेट ने क्या, सुझाव दिया?, उत्तर:, सम्मेलन के उद्घाटन के बाद जब लेखक चप्पलें पहनने, गया तो देखा की उनकी चप्पलें गायब थी। उनकी नयी, और अच्छी चप्पलों की जगह एक जोड़ी फटी-पुरानी, चप्पलें थी। एक ईमानदार डेलीगेट उनके कमरे में आया, और लेखक को समझाने लगा की चप्पलें एक ही जगह, नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि चोरी हो जाती है। एक ही, जगह जोड़ी रहने से कोई पहनकर चला जाता है।, इसलिए उसने लेखक को सुझाव दिया की दोनों चप्पलों, को दस फीट दूरी में रखने से चोरी, नहीं होती।