Page 1 :
|. एक वाक्य में उत्तर लिखए :, पाठ 11, प्रश्न 1., समय की पहचान, कवि के अनुसार मनुष्य को सुख कब नहीं मिलता?, उत्तरः, कवि के अनुसार समय को नष्ट करके सुख नही मिलता।, प्रश्न 2., बहाने बनाने का प्रमुख कारण क्या है ?, उत्तर:, बहाने बनाने का प्रमुख कारण आलस है।, प्रश्न 3., समय किसका दिया हुआ अनुपम धन है?, उत्तरः, समय भगवान (ईश) का दिया हुआ अनुपम धन है।, प्रश्न 4., कवि किस पर विश्वास करने को कहते हैं ?, उत्तर:, कवि आत्मा (अपनेआप) पर विश्वास करने को कहते है।, प्रश्न 5., समय के खोने से क्या होता है ?, उत्तर:, समय के खोने से हमेशा पछताना पडता
Page 2 :
।।. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :, प्रश्न 1., मनुष्य के लिए सुख की प्राप्ति कब संभव है ?, उत्तर:, मनुष्य के लिए सुख की प्राप्ति तब संभव है जब वह, समय का सदुपयोग करता है। काम के समय को बहाने, करके नहीं टालता है। समय का नष्ट न करके सुसमय पर, जो काम करना है, उसे मन लगाकर करता है। ऐसे मनुष्य, को ही जीवन में सुख की प्राप्ति होती है।, प्रश्न 2., समय का सदुपयोग कैसे करना चाहिए?, उत्तर:, एक पल को भी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। एक-एक, पल से ही जीवन बनता है। इसलिए काम कोई भी हो उसे, बिना किसी बहाने बनाये उसी समय पूरा मन लगाकर, करना चाहिए। आलस्य त्याग कर, समय को अमूल्य धन, मानकर कार्य करने से जीवन सफल होता है। हमें काम, करने का जो अवसर प्राप्त होता है, उसे व्यर्थ जाने नहीं, देना चाहिए।
Page 3 :
प्रश्न 3., कविता के अंतिम चार पंक्तियों में कवि क्या कहना चाहते, हैं ?, उत्तर:, कवि के अनुसार, अपनेआप पर विश्वास रखकर जो भी, काम हम करें, उसे पूरी लगन के साथ करें। हमें काम, करने का अच्छा अवसर प्राप्त होता है। उसे व्यर्थ जाने, नहीं देना है। समय को खोकर मनुष्य सुखी नहीं रह, पाता। उसे हमेशा पछताना पडता है।, II. निम्नलिखित शब्दों में से सही शब्द चुनकर रिक्त, स्थानों की पूर्ति कीजिए : (सर्वथा, चक्रवर्ती, करो अभी,, शुभ), ....... कल हो क्या जाने ?, ........ . भी होके ।, जीवन है।, 1. जो करना है,, 2. चाहो तुम क्यों नहीं, 3. यही समय ही अहो तुम्हारा, 4. खोकर पीछे इसे, ..., पछताओगे।, उत्तरः, 1. करो अभी, 2. चक्रवर्ती पम, 3. शुभ, 4. सर्वथा
Page 4 :
IV. अनुरूपताः, 1. आलस : परिश्रम :: नष्ट :-, 2. जानो : मानो :: लगा दो :, -, 3. धन : निर्धन :: दिया :, 4. जीवन : मरण :: खोना :--, उत्तर:, 1. लाभ, 2. भगा दो, 3. लिया, 4. पाना