Page 2 :
4. मुख किसका पालन-पोषण करता है?, उत्तर :-, मुख शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण करता है ।, 5. दया किसका, मूल, है?, उत्तर :- दया धर्म का मूल है।, 6. तुलसीदास किस शाखा के कवि हैं?, तुलसीदास जी, हिंदी साहित्य के भक्तिकाल की रामभक्ति शाखा के प्रमुख कवि। हैं ।, उत्तर :-, 7. तुलसीदास जी के माता-पिता का नाम क्या था?, उत्तर :- तुलसीदास जी के माता का नाम 'हुलसी' और पिता का नाम 'आत्माराम' था।, 8. तुलसीदास जी के बचपन का नाम क्या था?, उत्तर :- तुलसीदास जी के बचपन का नाम "रामबोला" था।, 9. पाप का मूल क्या था?, उत्तर :- पाप का मूल अभिमान था।, 10. तुलसीदास जी के अनुसार विपत्ति के साथी कौन हैं ?, उत्तर :- तुलसीदास जी के अनुसार विपत्ति के साथी विद्या', 'विनय', और 'विवेक' हैं ।, IV. दो-तीन वाक्य में उर्रत लिखिए :, 1. मुखिया को मुख के समान होना चाहिए। कैसे?, मुखिया को मुख के समान होना चाहिए। जिस प्रकार मुँह खाने-पीने का काम अकेला करता है, और उसके देह के सारे अंगों का पालन पोषण करता है। उसी प्रकार मुखिया को ही विवेकवान होना, चाहिए। वह काम अपनी तरह से करे लेकिन उसका फ़ल दूसरों को मिलना है ।, उत्तर :-, 2. मनुष्य को हंस की तरह क्या करना चाहिए?, उत्तर :- मनुष्य को हंस की तरह अच्छे गुण को अपनाना चाहिए। जिस तरह हंस पानी रूपी विकारों को, छोडकर, रूपी अच्छे गुणों को अपनाता है उसी तरह संत या सज्जन भी प्रकृति में रहे अच्छे गुणों, दूध, को ही अपनाना चाहिए।, 3. मनुष्य के जीवन में प्रकाश कब फ़ैलता है ?, उत्तर :- जिस तरह देहलीज पर दिया रखने से घर के भीतर तथा आँगन में प्रकाश फ़ैलता है, उसी तरह, रामनाम जपने से मानव की आतरिक और बाह्या शुद्धि होती है । इससे मनुष्य के जीवन में चारों ओर, प्रकाश फ़ैलता है।, 4. मनुष्य को दायालु क्यों बनना चाहिए?, मनुष्य को दयालु इसलिए बनना चाहिए कि-"दया धर्म का मूल है और अभिमान करना पाप के, उत्तर :-, समान है। जब तक हमारे शरीर में प्राण है। तब तक मनुष्य को अच्छे कार्य और सही राह में चलना, चाहिए। इस प्रकार तुलसीदास जी लोगों को सीख दे रहे है।