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प्रश्त: 20. एफ. एम. रेडियो की शुरुआत कब हुई?, उत्तरः 1993 में।, , प्रश्न: 21. रेडियो की पहुँच कितने प्रतिशत आबादी तक है?, उत्तर: 96 प्रतिशत।, , प्रश्न: 22. गाँधी जी ने रेडियो को अद्भुत शक्ति क्यों कहा था?, उत्तरः रेडियो की तात्कालिकता, घनिष्ठता व प्रभाव के कारण गांधी जी ने इसे अद्भुत शक्ति कहा था।, , प्रश्न: 23. टेलीविजन में किन-किन माध्यमों का मिलन होता है?, उत्तर: शब्द, ध्वनि व दृश्य।, , प्रश्नः 24. विश्व में टेलीविजन कार्यक्रम कब शुरू हुए?, उत्तरः 1927 ई. में, अमेरिका।, , प्रश्न: 25. भारत मैं टी. वी. की शुरुआत कब हुई तथा इसका उद्देश्य क्या था?, उत्तरः भारत में टी.वी. की शुरुआत 15 सितम्बर, 1959 को यूनेस्को की सहायता से हुई। इसको उद्देश्य, शिक्षा और सामुदायिक विकास को प्रोत्साहित करना था।, , प्रश्न: 26. दूरदर्शन आकाशवाणी से कब अलग हुआ?, उत्तरः 1 अप्रैल, 1976 ई० ।, , प्रश्न: 27. आधुनिक टी.वी. चैनलों के नाम बताइए।, उत्तरः सी.एन.एन, बी.बी.सी., आज तक, जी न्यूज, आदि।, , प्रश्तः 28. अत्यधिक चैनलों के आने से कया परिणाम हुआ?, उत्तरः अत्यधिक चैनलों के आने से टेलीविजन समाचार को निष्पक्षता व ताजगी मिली, परंतु पत्रकारिता के, मूल्यों व नैतिकता का पतन हुआ।, , प्रश्नः 29. सिनेमा का आविष्कार किसने किया?, उत्तरः सिनेमा का आविष्कार थॉमस अल्वा एडिसन ने 1883 में किया।, , प्रश्न: 30. विश्व की सबसे पहली फिल्म कौन-सी थी?, उत्तरः द अराइवल ऑफ ट्रेन (1894, फ्रांस)।, , प्रश्तः 31. भारत में पहली मूक फिल्म किसने बनाई?, उत्तरः भारत में पहली मूक फिल्म राजा हरिश्चंद्र' (1913) दादा साहब फाल्के ने बनाई।, , प्रश्तः 32. भारत की पहली बोलती फिल्म कौन-सी थी?, उत्तरः आलम आरा (1931)।
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प्रश्नः 33. हिंदी के प्रसिद्ध फिल्मकार बताइए।, उत्तरः पृथ्वीराज कपूर, महबूब खान, गुरुदतत, सत्यजीत राय आदि।, , प्रश्न: 34. सत्तर के दशक तक भारतीय सिनेमा की विचारधारा कैसी थी?, उत्तरः प्रेम, फैंटेसी व कभी न हारने वाले सुपर नैचुरल हीरो की परिकल्पना।, , प्रश्न: 35. समानांतर सिनेमा क्या था?, उत्तरः आठवें दशक में लोगों में जागरूकता फैलाने व यथार्थपरक जीवन को व्यक्त करने वाले सिनेमा को, समानांतर सिनेमा कहा जाता था।, , प्रश्न: 36. नवें दशक से हिंदी फिल्मों ने कैसा स्वरूप ग्रहण किया?, उत्तरः नवें दशक से हिंदी फिल्मों का केंद्र रोमांस, हिंसा व एक्शन हो गया। मुनाफा कमाना फिल्मकार का, मुख्य उद्देश्य बन गया है।, , प्रश्नः 37. इंटरनेट क्या है?, उत्तरः यह एक ऐसा माध्यम है जिसमें प्रिंट मीडिया, रेडियो, टी.वी., सिनेमा आदि सभी के गुण विद्यमान हैं।, , प्रश्न: 38. जनसंचार माध्यमों का आम जीवन पर कया प्रभाव है?, उत्तरः जनसंचार माध्यमों का आम जीवन पर बहुत प्रभाव है। इनसे सेहत, अध्यात्म, दैनिक जीवन की, ज़रुूरतें आदि पूरी होने ्रगी हैं। ये हमारी जीवन शैली को प्रभावित कर रहे हैं।, , प्रश्न: 39. लोकतंत्र में जनसंचार माध्यमों का प्रभाव बताइए।, , उत्तरः त्रोकतंत्र में जनसंचार माध्यमों ने जीवन को गतिशील व पारदर्शी बनाया है। यह सूचनाओं व, जानकारियों का आदान-प्रदान करता है। इसके माध्यम से विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श व बहस होती है,, जो सरकार की कार्यशैली पर अंकुश रखती है।, , प्रश्नः 40. जनसंचार के दुष्प्रभाव बताइए।, उत्तरः, , » जनसंचार के माध्यम खासतौर पर टी.वी. व सिनेमा ने लोगों को काल्पनिक दुनिया की सैर कराई, है। ये आम जीवन से दूर हो जाते हैं तथा व्यसनी हो जाते हैं। ये पत्रायनवादी प्रवृत्ति को बढ़ावा, देते हैं।, , « ये समाज में अश्लीलता व असामाजिक व्यवहार को बढ़ावा देते हैं।, « समाज के कमजोर वर्गों को कम महत्त्व दिया जाता है।, * अनावश्यक मुददों को उछाला जाता है।, , पाठ से संवाद
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प्रश्नः 1. इस पाठ में विभिन्न लोक-माध्यमों की चर्चा हुई है। आप पता लगाइए कि वे कौन-कौन-से क्षेत्र का, प्रतिनिधित्व करते हैं? अपने क्षेत्र में प्रचलित किसी लोकनाट्य या लोक माध्यम के किसी प्रसंग के बारे में, जानकारी हासित्र कर उसकी प्रस्तुति के खास अंदाज़ के बारे में भी लिखें।, , उत्तरः, , पाठ में अनेक लोकमाध्यमों की चर्चा हुई है। भारत में प्रागैतिहासिक काल के भीमबेटका के गुफा चित्र मिल्रे, हैं। कठपुतली, लोकनाट्य की विभिन्न शैलियाँ, विविध नाट्यरूप यक्षगान, सांग, रागिनी, तमाशा, जाण,, गंगा-गौरी, बाउल, कथावाचन आदि प्रचलित हैं। हरियाणा में सांग, रागिनी, उत्तर प्रदेश में कथावाचन,, नौटंकी, कर्नाटक में यक्षगान की समृद्ध परंपरा है। हरियाणा में 'रागिनी' का सर्वाधिक प्रचलन है। इसमें, घड़े, चिमटे का प्रयोग किया जाता है। गायक ऊँची आवाज में हाव-भाव के जरिए अपनी बात कहता है। वे, मानवीय सुख-दुख की कथाओं को कहते हैं।, , प्रश्नः 2. आज़ादी के बाद भी हमारे देश के सामने बहुत सारी चुनौतियाँ हैं। आप समाचारपत्रों को उनके प्रति, किस हद तक संवेदनशील पाते हैं?, , उत्तरः, , आज़ादी के बाद भारत के सामने नई तरह की चुनौतियाँ आईं। आतंकवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, जातिवाद,, गरीबी, भ्रष्टाचार, नशा, मँहगाई, बेरोज़गारी आदि अनेक समस्याओं से देश को जूझना पड़ रहा है। इस, संघर्ष में समाचारपत्रों ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। अखबारों ने हर पक्ष को उठाया। अनेक महत्वपूर्ण, फैसले अखबारों के आवाज उठाने पर ही हुए हैं। अखबारों ने सरकारी नीतियों की जमकर आलोचना की।, संसाधनों के दोहन पर लोगों की कठिनाइयों को प्रमुखता दी।, , प्रश्न: 3. टी०वी० के निजी चैनल अपनी व्यावसायिक सफलता के लिए कौन-कौन-से तरीके अपनाते हैं?, टी.वी. के कार्यक्रम से उदाहरण देकर समझाइए।, , उत्तरः, , टी०वी० के निजी चैनल अपनी व्यावसायिक सफलता के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाते हैं , « भय, जिज्ञासा, रोमांच के कार्यक्रम पेश करना।, *« धारावाहिकों को लंबा करना, , « आभासी दुनिया की रचना करना, , « हास्य के नाम पर फूहड़ता उत्पन्न करना।, , आज चैनल धन व लोकप्रियता कमाने के लिए लोभ, सनसनी आदि का इस्तेमाल करते हैं। बिग बॉस' में, स्तरहीन लोगों का प्रवेश “कपिल शर्मा शो” की फूहड़ कामेडी आदि इसी तरह के कार्यक्रम हैं।, , प्रश्नः 4. इंटरनेट पत्रकारिता ने दुनिया को किस प्रकार समेट लिया है, उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।, उत्तरः, , इंटरनेट जनसंचार का नवीनतम साधन है। इसने विश्व को गाँव बना दिया है। इसके जरिए कोई व्यक्ति, दुनिया के किसी जगह, व्यक्ति या घटना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। दुनिया हर व्यक्ति की, पहुँच में है। इसके जरिए वे बहस में भाग ले सकते हैं तथा विचार-विमर्श कर सकते हैं।