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मानव संसाधन प्रबन्धः, कुशल मानवीय संसाधन उपलब्ध कराने का काम मानव संसाधन प्रबन्ध का है। इस काम को, करने के लिए बड़ी संस्थाओं में मानव संसाधन विभाग स्थापित किया जाता है। यह विभाग, मानव संसाधन प्रबन्धक की देखरेख में काम करता है।, , परिभाषा, मानव संसाधन प्रबन्ध में मानव संसाधन की भर्ती, चयन, विकास, उपयोग, क्षतिपूर्ति और, अभिप्रेरणा को सम्मिलित किया जाता है।, , नियुक्तिकरण मानव संसाधन प्रबन्ध के एक भाग के रूप मेंः:, मानव संसाधन प्रबन्ध का क्षेत्र नियुक्तिकरण की अपेक्षा विस्तृत है। इसके अन्तर्गत नियुक्ति, अभिलेख रखना, कर्मचारी नीतियां तैयार करना, कर्मचारी अनुसंधान करना, विशेषज्ञ प्रदान, करना आदि को सम्मिलित किया जाता है। नियुक्तिकरण का अर्थ रिक्त पदों को भरना मात्र, नहीं है, अपितु संस्था के लिए मानवीय तत्व की महत्वता को ध्यान में रखते हुए यह कार्य, किया गया है। नियुक्तिकरण को मानव संसाधन प्रबन्ध के रूप में निम्नलिखित तरीके से देखा, जाता हैः, 1. नियुक्तिकरण प्रबन्ध का सर्वव्यापक कार्य है, इसे सभी स्तर के प्रबन्धकों द्वारा किया, जाता है।, , 2. जैसे-जैसे संस्था का आकार बड़ा होता है, उसके कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ती है।, कर्मचारियों का प्रभावी प्रबन्ध करने के लिए बड़ी संस्थाओं में एक अलग मानव संसाधन, विभाग की स्थापना की जाती है जिसमें मानवीय प्रबन्ध के अनेक विशेषज्ञ होते हैं।, , 3. नियुक्तिकरण में न केवल रिक्त पदों का भरना वरन् प्रशिक्षण, विकास और कार्य, मूल्यांकन करना भी है।, , , , प्र०1 प्रबन्ध का वह कार्य पहचानिए जो सही व्यक्ति को सही पद पर नियुक्त, करता है। इस कार्य के महत्व का वर्णन कीजिए। . (5), , प्र०2. उस संसाधन को पहचानिए जो संगठन में सफलता एवं कुशल मानवशक्ति, को स्थापित करने के लिए उत्तरदायी होता है। (1), , , , , , , , , , व्यवसायिक अध्ययन - >या
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नियुक्तिकरण प्रक्रिया के चरणः, मानव शक्ति आवश्यकताओं का आकलन, , भर्ती, , आवेदकों में से चयन, , अनुस्थापन तथा अभिविन्यास, , प्रशिक्षण तथा विकास, , प्रशिक्षण एवं मूल्यांकन, , 1... मानव शक्ति आवश्यकताओं का आकलनः- इसमें निम्नलिखित शामिल हैः(क) सबसे पहले इस बात का पता लगाना कि कितनी संख्या में तथा किस प्रकार ? के, कर्मचारी संस्था में उपलब्ध है।, (ख) यह निर्धारित किया जाता है कि संस्था को कितने एवं किस प्रकार के कर्मचारियों, की आवश्यकता है।, , (ग) मानव शक्ति आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्यक्रम तैयार करना।, कार्यभार विश्लेषण मानव शक्ति आवश्यकताओं को समझने के लिए उपयुक्त है।, , 2... भर्तीः- यह वह प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत मानव शक्ति की उपलब्धता के विभिन्न म्रोतों, से संभावित कर्मचारियों की खोज की जाती है तथा उन्हें संस्था में प्रार्थना-पत्र भेजने हेतु, प्रोत्साहित किया जाता है।, , 3. चयनः- इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिए योग्य प्रार्थियों को चुना जाता है जिसके, लिए रोजगार, परीक्षाएँ लेना, साक्षात्कार एवं चिकित्सीय जाँच शामिल है।, , , , व्यवसायिक अध्ययन - जया
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अनुस्थापन एवं अभिविन्यासः- जब भी किसी नए कर्मचारी का संस्था में चयन किया, जाता है तो उसे उस कार्य पर लगाया जाता है जिसके लिए वह उपयुक्त हो। अनुस्थापन, एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, क्योंकि इसके द्वारा ही सही कार्य पर सही व्यक्ति को नियुक्त, किया जाता है।, , अभिविन्यास में नए कर्मचारी को संस्था से परिचित कराया जाता है। नए कर्मचारी का, उनकी इकाइयों, पर्यवेक्षकों और साथी कर्मचारियों से परिचय कराया जाता है। उन्हें काम, के घण्टों, छुटिटयाँ लेने की प्रक्रिया, चिकित्सा सुविधाओं इत्यादि की जानकारी भी दी, जाती है। संस्था के इतिहास तथा संस्था में विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं, के विषय में बताया जाता है।, , प्रशिक्षण एवं विकासः- व्यवस्थित प्रशिक्षण कर्मचारियों के ज्ञान एवं कौशल में वृद्धि, करने में सहायता करता है। कर्मचारियों के ज्ञान एवं कौशल को बढ़ाने के लिए विभिन्न, विधियों का प्रयोग किया जाता है। विकास का अर्थ कर्मचारियों को सभी दृष्टियों में उन्नत, व निपुण बनाना है। यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कर्मचारी अपना वर्तमान काम करने, के लिए कौशल हासिल करते है और भविष्य में उच्चतर कार्य संभालने के लिए क्षमताओं, को बढ़ाते हैं।, , निष्पादन एवं मूल्यांकनः- इसके अंतर्गत कर्मचारियों के कार्यों का मूल्यांकन किया जाता, है। कर्मचारियों का स्थानान्तरण एवं पदोन्नति इसी पर आधारित है।, , , , , , एक कम्पनी ए बी लिमिटेड ने एक प्लान की स्थापना की जो सौर उर्जा पर, आधारित मोटर बाइक का निर्माण करेगी। भारत एक अति प्रतियोगी बाजार, है जो इस क्षेत्र में कम कीमत पर उत्पादन करता है। ए बी लिमिटेड बाजार, के 30% हिस्से पर व्यापार करना चाहती है तथा साथ ही 5 करोड़ रू० का, निवेश आगामी दो साल में भारत से बारह करना चाहती है। इसके लिए, कम्पनी को अति प्रशिक्षित एवं उत्प्रेरित व्यक्तियों की आवश्यकता है।, श्रीमान एक्स को इस कार्य को पूरा करने के नियुक्त किया गया है।, , (क) श्रीमान एक्स द्वारा अपनायी जाने वाली नियुक्तिकरण की प्रक्रिया का, वर्णन कीजिए।, , (ख) किसी एक मूल्य को पहचानिए एवं लिखिए। (5), , , , , , , , व्यवसायिक अध्ययन - >या
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भर्तीः, भर्ती सम्भावित कर्मचारियों को भर्ती ढूढने तथा संगठन में काम करने के लिए आवेदन करने, के लिए प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया है।, , भर्ती के स्त्रोतः, क) आन्तरिक स्त्रोत ख) बाह्य स्त्रोत, , भर्ती के आन्तरिक स्त्रोतः- आन्तरिक स्त्रोत से तात्पर्य संगठन के भीतर प्राथियों को आमंत्रित, करना है।, , भर्ती के आन्तरिक स्रोतों की विधियाँ:, 1. स्थानांतरणः- इसमें कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह भेज देना शामिल है जैसे, एक विभाग से दूसरे विभाग में या एक पारी से दूसरी पारी में भेजना।, , 2... पदोन्नतिः- इसमें कर्मचारी को निम्न पद से उच्च पदों पर भेज देना शामिल है। जिसमें, कर्मचारियों की जिम्मेदारी, सुविधा तथा भुगतान बढ़ जाते हैं।, , 3. अस्थायी अलगाव (ले-आफ)ः- अस्थायी रूप से अलग किये गये कर्मचारियों का वापिस, काम पर बुलाने को अस्थायी अलगाव के स्त्रोत से भर्ती करना (ले-ऑफ) कहा जाता है।, यह वह कर्मचारी है, जिन्हें काम की कमी के फलस्वरूप संस्था से अस्थायी रूप से अलग, किया गया था।, , आन्तरिक स्त्रोतों के लाभः, 1) कर्मचारी अपने कार्य निष्पादन के सुधार के लिए प्रेरित होते है।, , 2) आंतरिक भर्ती चयन प्रक्रिया को सरल कर देती है।, , 3) कर्मचारियों के प्रशिक्षण एवं विकास पर समय बर्बाद नहीं होता।, , 4) आन्तरिक भर्ती के स्त्रोत सस्ते है।, , , , व्यवसायिक अध्ययन - जया