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यह गतिशीलता प्रदान करता है:- संगठन में व्यक्ति केवल तब कार्य शुरू करते हैं जब, वे अपने वरिष्ठ अधिकारियों से निर्देश प्राप्त करते हैं । यह निर्देशन कार्य ही है जो, योजनाओं को परिणामों में बदलने हेतु वास्तविक कार्य का प्रारम्भ करता है ।, 1., कर्मचारियों के प्रयासों को एकीकरण करनाः- संगठन में सभी क्रियाएं एक-दूसरे, से जुड़ी रहती है। अतः सभी क्रियाओं में सामंजस्य स्थापित करना आवश्यक है ।, 2., निर्देशन पर्यवेक्षण, दिशा-निर्देश व सलाह के द्वारा अधीनस्थों की गतिविधियों को, समन्वित करता है।, यह अभिप्रेरणा का माध्यम है:- संस्था के उद्देश्यों को अभिप्रेरित कर्मचारी ही पूरा कर, सकते हैं। अभिप्रेरणा का काम प्रबन्ध के निर्देशन कार्य द्वारा सम्पन्न किया जाता है।, 3., यह परिवर्तन को लागू करना संभव बनाता है: - प्रायः कर्मचारी जिस तरह के ढाँचे, में काम कर रहे होते हैं, वे उसमें कोई परिवर्तन स्वीकार नहीं करते। प्रबन्धक निर्देशन, के माध्यम से कर्मचारियों को इस प्रकार तैयार करते हैं कि वे परिवर्तनों को स्वीकार करने, लगते हैं।, 4., यह संगठन में संतुलन स्थापित करता है:- कभी- कभी व्यक्तिगत व संस्थागत उद्देश्यों, में संघर्ष पैदा हो जाता है । निर्देशन इन संघर्षो को दूर करता है और संगठन में संतुलन, 5., स्थापित करने में सहायता करता है।, प्र०, भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देश अनुसार एक राष्ट्रीयकृत बैंक कुछ बड़े, बदलाव करने जा रहा है। ट्रेड यूनियन के प्रभाव के तहत श्रमिक प्रतिरोध, दिखा रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी नौकरी खोने का डर है ।, प्रबंध के किस कार्य से इस स्थिति में सुधार किया जा सकता है ?, प्र०, *Look Good Cosmetics Ltd." की यह नीति है कि वह अपने बिक्री, प्रबंधक को निक्षित वेतन के अलावा कमीशन भी प्रदान करते हैं । अधिक, कमीशन पाने की चाह से प्रबंधक बिक्री बढ़ाना चाहते हैं ।, *One nail paint free with three lipstics" की योजना शुरू करने की, सिफारिश करते हैं। परंतु उच्च अधिकारी इसे अस्वीकार करदेते हैं क्योंकि, फर्म को नुकसान हो सकता है।, प्रबंधक से, इस योजना, प्रबंधक का कौन सा कार्य इस टकराव का समाधान कर सकता है ?, व्यवसायिक अध्ययन, XII
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निर्देशन में तत्वः-, पर्यवेक्षण, अभिप्रेरणा, निर्देशन के तत्व, नेतृत्व, संप्रेषण, 1., पर्यवेक्षणः- इसका अभिप्राय अपने अधीनस्थों के दिन-प्रतिदिन के काम की प्रगति की, देखभाल करने एवं उनका मार्गदर्शन करने से है। पर्यवेक्षण में एक महत्वपूर्ण बात यह, है कि यह अधिकारी एवं अधीनस्थ में आमने-सामने होता है ।, 2., अभिप्रेरणाः- व्यावसायिक संगठन के दृष्टिकोण से अभिप्रेरणा से अभिप्राय संगठनात्मक, उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु सभी स्तर के लिए तैयार करना है । इसमें व्यक्तियों की, जरूरतों एवे इच्छाओं को जगाना भ्ज्ञी सम्मिलित होता है ताकि उनके व्यवहार को इच्छित, दिशा में निर्देशित किया जा सके।, 3., नेतृत्वः- नेतृत्व वह क्रिया है जिसके द्वारा किसी व्यक्ति को इस प्रकार प्रभावित किया, जाता है कि वह स्वेच्छा से संगठनात्मक उद्देश्यों को प्राप्त करने की ओर प्रयासरत हो, जाता है। नेतृत्व किसी व्यक्ति की वह योग्यता है जिसके द्वारा वह अपने तथा उन्हें, संगठनात्मक उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु अभिप्रेरित करत पाता है।, सभी स्तर के प्रबन्धकों से यह आशा की जाती है कि वे अपने अंधिनस्थों को नेतृत्व प्रदान, करें।, 4., सम्प्रेषणः- संप्रेषण दो अथवा दो से अधिक व्यक्तियों के मध्य तथ्यों, विचारों, सम्मतियों एवं भावनाओं का विनिमय है । संप्रेक्षण विचारों सम्मतियों एवं भावनाओं का, विनिमय है। संप्रेषण विचारों को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुँचाने एवं समझाने, की कला है।, व्यवसायिक अध्ययन -, XII, (+)
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प्र०, श्री खन्ना को हाल ही में अमेरिका से MBA पूरी करने के बाद "Interior, Decoration" फर्म में काम मिल गया। वह यह सोचते हैं कि मानव संसाधन, कंपनी के बहुत महत्वपूर्ण संसाधन है । इसलिए:-, (क) उनकी प्रगति पर नजर रखकर उन्हें समझाने की जरूरत है ।, (ग) उन्हें वंडित तरीके से कार्य करवाने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है।, उपरोक्त में वर्णित प्रबंध के कार्य की पहचान कर उसके तत्वों के नाम, लिखिए।, पर्यवेक्षण, पर्यवेक्षण से अभिप्राय अपने अधीनस्थों की कार्य पर जाँच करना और उन्हें कार्य सम्बन्धी निर्देश, और प्रशिक्षण देने से है।, पर्यवेक्षण का महत्त्वापर्यवेक्षक की भूमिका, कर्मचारियों तथा प्रबंध के मध्य कड़ी:- पर्यवेक्षक प्रबन्धकों एवं श्रमिकों के बीच एक, महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है, वह श्रमिकों को प्रबन्ध की नीतियाँ बताता है।, तथा कर्मचारियों की समस्याओं पर प्रबंध का ध्यान आकर्षित करता है ।, 1., MANAGEMENT, Policies, Ideas, Problems, Suggestions, SUPERVISOR, Problems, Suggestions, Policies, Ideas, SUBORDINATES, निर्देशों को जारी किया जानाः- नियंत्रण का आशय वास्तविक एवं नियोजित उत्पाद, में तालमेल बैठाना/ बिठाना होता है । पर्यवक्षक कार्य के निष्पादन को लक्ष्य के अनुसार, 2., किया जाना तय करता है।, अनुशासन बनाए रखनाः- पर्यवेक्षक का कठोर पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन कर्मचारियों को, अधिक अनुशासित रहकर कार्य करने की प्रेरणा देता है ।, 3., व्यवसायिक अध्ययन, XII
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पर्यवेक्षक के मार्गदर्शन में श्रमिक निर्धारित समय सारणी का पालन करते हैं तथा, योजनाओं को सही दिशा में संचालित करते हैं।, 4., प्रतिपुष्टि (फीडबैक):- पर्यवेक्षक कर्मचारियों के साथ सम्पर्क करके उनकी सहायता, करता है। सीधा सम्पर्क होने के कारण वे उनसे प्राप्त सुझावों व शिकायतों की जानकारी, 5., प्रबन्ध को देते हैं।, अभिप्रेरणा में वृद्धिः- अच्छी नेतृत्व क्षमता रखने वाला पर्यवेक्षक श्रमिकों के मनोबल, को बढ़ा सकता है। पर्यवेक्षक अपनी सर्वोत्तम क्षमता से कर्मचारियों को कार्य करने के, लिए प्रेरित करते हैं। पर्यवेक्षक एवं कर्मचारियों के सम्बन्ध होने से कर्मचारियों का प्रेरणा, स्तर बढ़ता है। कर्मचारियों का मार्गदर्शन करते समय पर्यवेक्षक उन्हें अपनी सर्वोत्तम, क्षमता से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं।, 6., संसाधनों का कुशलता उपयोगः- पर्यवेक्षण के अन्तर्गत विभिन्न क्रियाओं पर निगरानी, रखी जाती है। ऐसी स्थिति में संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होता है।, 7., प्र०, श्री बैनर्जी श्रमिकों पर कार्य करते हुए निगरानी रखते हैं। आवश्यकता, पड़ने पर वे श्रमिकों को कार्य पर प्रशिक्षण भी देते हैं श्री बेनर्जी प्रबन्ध, के कौन से स्तर पर कार्यरत हैं ?, श्री जॉन, ब्रिटैनिया फैक्ट्री में पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत हैं । वह हमेशा, श्रमिकों को प्रबन्ध नीतियाँ समझाते हैं और उनकी समस्याओं पर प्रबंधकों, प्र०, का ध्यान आकर्षित करते हैं।, व्यवहार रखते हैं और अनुशासन बनाकर रखते हैं । श्री जॉन किन मूल्यों, को प्रदर्शित कर रहे हैं।, सभी को अभिप्रेरित करते हैं। वे मित्वययी, अभ्रिपेरणा का अर्थः-, अभिप्रेरणा का अर्थ उस प्रक्रिया से है जो इच्छित उद्देश्यों को पूरा करने हेतु लोगों को कार्य करने, के लिए अभिप्रेरित करती है। अभिप्रेरणा लोगों की संतुष्टि की आवश्यकता पर निर्भर करती है ।, इसके द्वारा व्यक्तियों को उनकी जरूरतों का अनुभव इसलिए कराया जाता है कि उन जरूरतों, को पूरा करने के लिए वे कुछ कार्य करेंगे जो कि संस्था के हित में होगा।, व्यवसायिक अध्ययन -, XII