Page 4 :
पूंजी बाजारः, यह दीर्घकालिक निधियों जैसे ऋणपत्रों तथा अंशपत्रों का बाजार है जो एक लम्बे समय के लिए, जारी की जाती हैं इसके अंतर्गत विकास बैंक, वाणिज्यिक बैंक तथा स्टॉक एक्सचेंज समाहित, होते हैं पूंजी बाजार को दो भागों में बांठा जा सकता है। (1) प्राथमिक बाजार (2) द्वितीयक, बाजार।, , प्राथमिक बाजारः, इसे नए निगर्मन बाजार के रूप में भी जाना जाता है। यहाँ केवल नई प्रतिभुतियों को निर्गमित, किया जाता है जिन्हें पहली बार जारी किया जाता है। इस बाजार में निवेश करने वालों में बैंक,, वित्तीय संस्थाएँ, बीमा कम्पनियाँ, म्युचुअल फण्ड एवं व्यक्ति होते है। इस बाजार का कोई, निर्धारित भौगोलिक स्थान नहीं होता है।, , प्राथमिक बाजार में प्रतिभूतियों को निर्गममित करने की विधियाँः, 1६, , (प्रॉसपैक्टस) विवरण पत्रिका के माध्यम से प्रस्तावः- इसके अंतर्गत विवरण पत्रिका, जारी करके जनता से अंशदान आमंत्रित किया जाता है। एक विवरण पत्रिका पूँजी, उगाहने के लिए निवेशकों से प्रत्यक्ष अपील करती है जिसके लिए अखबारों एवं पत्रिकाओं, के माध्यम से विज्ञापन जारी किए जाते हैं।, , विक्रय के लिए प्रस्तावः- इस विधि के अन्तर्गत निर्गमन गृहों या ब्रोकर्स जैसे माध्यकों, के द्वारा प्रतिभूतियों की बिक्री के लिए प्रस्तावित किया जाता है। कम्पनी द्वारा ब्रोकर्स को, सहमति मूल्य पर प्रतिभूतियों को बेचा जाता है जिन्हें वे निवेशक जनता को अधिक मूल्य, पर पुनः विक्रय करते है।, , निजी नियोजनः- एक कम्पनी द्वारा संस्थागत निवेशकों तथा कुछ चयनित वैयक्तिक, निवेशकों को प्रतिभूतियों का आबंटन करने की प्रक्रिया को निजी नियोजन कहा जाता है।, , अधिकार निर्गमनः- यह एक विशेषाधिकार है जो विद्यमान शेयर धारकों को पहले से, क्रय किए हुए शेयर्स के अनुपात में नए शेयरों को खरीदने का अधिकार देता है।, , ई-आरंभिक सार्वजनिक निर्गमनः- यह स्टॉक एक्सचेन्ज की ऑन-लाइन प्रणाली के, माध्यम से प्रतिभूतियाँ जारी करने की विधि है। स्टॉक एक्सचंज की ऑन-लाइन प्रणाली, , , , व्यवसायिक अध्ययन - जा