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6६061471१ 87 500180#10 51२ २४ (॥७५५६५ 8527809686/9289564254, , 1217756:0671/07|1१, , 8001९ - 1, (182६१ - 7, , परिवहन तथा संचार, , > परिवहन, , परिवहन व्यक्तियों और वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहन करने की सेवा या सुविधा को, कहते हैं जिसमें मनुष्यों, पशुओं तथा विभिन्न प्रकार की गाड़ियों का प्रयोग किया जाता है।, , ऐसा गमनागमन स्थल्र, जल एवं वायु में होता है।, , सड़कें और रेलमार्ग स्थलीय परिवहन का भाग हैं |, , नौपरिवहन तथा जलमार्ग एवं वायुमार्ग परिवहन के अन्य दो प्रकार हैं।, , पाइपलाइनें पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और तरल्र अवस्था में अयस्कों जैसे पदार्थों का परिवहन करती हैं।, , परिवहन समाज की आधारभूत आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए रचा गया एक संगठित सेवा उद्योग है।, इसके अंतर्गत परिवहन मार्गों, लोगों और वस्तुओं के वहन हेतु गाड़ियों, मार्गों के रख-रखाव और लदान,, उतराव तथा वितरण का निपटान करने के लिए संस्थाओं का समावेश किया जाता है।, , प्रत्येक देश ने प्रतिरक्षा उद्देश्यों के लिए विभिन्न प्रकार से परिवहन का विकास किया है।, , दक्ष संचार व्यवस्था से युक्त आश्वासित एवं तीव्रगामी परिवहन प्रकीर्ण लोगों के बीच सहयोग एवं एकता, को प्रोन्नत करता है।, , , , > परिवहन जाल क्या होता है ?, , अनेक स्थान जिन्हें पररुपर मार्गों की श्रेणियों दवारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है उसे, परिवहन जाल कहते हैं।, , > परिवहन की विधाएँ, , * विश्व परिवहन की प्रमुख विधाएँ, - स्थल, जल, वायु और पाइपलाइन हैं।, , *« इनका प्रयोग अंतर्प्रोदेशिक तथा अंतरा प्रादेशिक परिवहन के लिए किया जाता है और पाइपलाइन को, , छोड़कर प्रत्येक यात्रियों और माल दोनों का वहन करता है।
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6६06127#१४ 87 5॥॥५#॥0 518 २1(॥ ८0७5555 8527809686/9289564254, विशाल देशों के आंतरिक भागों में पाए जाने वाले आधुनिक जल्मार्गों और वाहकों को संपूरकता प्रदान करने, में इनका बहुत महत्त्व है।, भारत और चीन के सघन बसे जिलों में आज भी मानव कुलियों और मनुष्य द्वारा खींची जाने वाली, गाड़ियों से होने वाले स्थल परिवहन का प्रचलन है।, , , , पिला, , , , > बोझा ढोने वाले पशु, , घोड़ों का प्रयोग पश्चिमी देशों में भी भारवाही पशुओं के रूप में किया जाता है।, , कुत्तों एवं रेडियरों का प्रयोग उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप और साइबेरिया के हिमाच्छादित मैदानों में स्लेज, को खींचने के लिए किया जाता है।, , पर्वतीय प्रदेशों में खच्चरों को वरीयता दी जाती है जबकि ऊँटों का प्रयोग मरुस्थलीय क्षेत्रों में कारवाओं के, संचालन में किया जाता है।, , भारत में बैलों का प्रयोग छकड़ों को खींचने में किया जाता है।, , > सड़के, , छोटी दूरियों के लिए सड़क परिवहन रेल परिवहन की अपेक्षा आर्थिक दृष्टि से ्राअदायक होता है।, , सड़कों द्वारा मात्र का परिवहन महत्त्वपूर्ण होता जा रहा है क्योंकि इसके द्वारा घर-घर तक वस्तुओं को, पहुँचाया जा सकता है।, , कच्ची सड़कें, यद्यपि निर्माण की दृष्टि से सरल्र होती हैं, सभी ऋतुओं में प्रभावी व प्रयोग योग्य नहीं होती, हैं।, , वर्षा ऋतु में इन पर मोटर वाहन नहीं चल्लाए जा सकते और यहाँ तक कि पक्की सड़कें भी अत्यधिक भारी, वर्षा एवं बाढ़ के समय गंभीर रूप से प्रभावित हो जाती हैं।, , ऐसी परिस्थितियों में रेल मार्गों के साथ ऊँचा भराव और रेल परिवहन सेवाओं का रख-रखाव एक प्रभावी, समाधान है।, , किंतु रेल्मार्ग छोटे होने के कारण विशाल और विकासशील देशों की आवश्यकताओं को कम लागत पर पूरा, नहीं कर पाते।
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6६06127#१४ 87 5॥॥५#॥0 518 २1(॥ ८0७5555 8527809686/9289564254, इस प्रकार सड़कें किसी भी देश के व्यापार और वाणिज्य को विकसित करने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने में, , महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।, , विकसित एवं विकासशील देशों में सड़कों की गुणवत्ता में पर्याप्त अंतर पाया जाता है क्योंकि सड़कों के, निर्माण व उनके रख-रखाव पर भारी खर्च आता है।, , विकसित देशों में अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कें सर्वत्र पायी जाती हैं और तीव्रगामी संचलन के लिए मोटर, मार्गों, आटोवाहन (जर्मनी) और अंतर-राज्यीय राजमार्गों के द्वारा लंबी दूरियों को जोड़ती है।, , भारी बोझ को ढोने वाली बड़े आकार और, शक्ति वाली लारियाँ एक सामान्य बात है।, परंतु दुर्भाग्य से विश्व का सड़क तंत्र भली, प्रकार विकसित नहीं हो पाया।, , विश्व की कुल मोटर वाहन चलाने योग्य, सड़कों की लंबाई मात्र 150 लाख, किलोमीटर है, जिसका 33 प्रतिशत भाग, उत्तरी अमेरिका में पाया जाता है।, सर्वाधिक सड़क घनत्व और सबसे अधिक वाहनों की संख्या पश्चिमी यूरोप की तुलना में इस महाद्वीप में, पाए जाते हैं।, , यह तथ्य इस बात की ओर संकेत करते हैं कि विश्व में सड़कों के विकास में प्रादेशिक, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, एवं महाद्वीपीय स्तर पर समानता के स्थान पर असमान वितरण पाया जाता है।, , , , यातायात प्रवाह: पिछले कुछ वर्षों में सड़कों पर यातायात में नाटकीय वृद्धि हुई है। जब सड़क तंत्र, यातायात की ज़रूरतों के अनुरूप विकसित न हो पाए तो सड़कों पर संकुलन बढ़ जाता है। नगरों की सड़कों, पर दीर्घकालीन संकुल्नता पाई जाती है। यातायात के शीर्ष (उच्चबिंदु) और गर्त (निम्नबिंदु) सड़कों पर दिन, के विशेष समय पर देखे जा सकते हैं, उदाहरण : काम के समय से पहले और बाद में विश्व के अधिकांश, नगर सड़कों पर पाई जाने वाली यातायात संकुलता की समस्या का सामना कर रहे हैं।, , , , > महामार्ग, , महामार्ग दूरस्थ स्थानों को जोड़ने वाली पक्की सड़कें होती हैं इनका निर्माण इस प्रकार से किया जाता है, कि अबाधित रूप से यातायात का आवागमन हो सके।, , यातायात के अबाधित प्रवाह की सुविधा के लिए अलग-अलग यातायात लेन, पुलों, फ्लाईओवरों और दोहरे, वाहन मार्गों से युक्त ये 80 मीटर चौड़ी सड़कें होती हैं।, , विकसित देशों में प्रत्येक नगर और पत्तन नगर महामार्गों दवारा जुड़े हुए हैं।, , , , 4