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14. सत्ता, , - उदय प्रकाश, , , , कवि परिचय , उदय प्रकाश का जन्म | जनवरी 1952 में मध्य प्रदेश में स्थित शहडोल जिले के सीतापुर, गांव में हुआ। इनका बालपन और प्राथमिक शिक्षा यहीं पूर्ण हुई। इन्होंने विज्ञान में स्नातक तथा, स्वर्ण पदक सहित सागर विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। सन, 1975 से 1976 तक वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक शोध छात्र रहे। इनको अध्यापन,, प्रशासन, पत्रकारिता तथा जन संचार माध्यमों में काम करने का लंबा अनुभव है। हिंदी साहित्य, प्रेमियों के लिए उदय प्रकाश का नाम नया नहीं है। हिंदी साहित्य जगत् में उदय प्रकाश कवि,, कथाकार, पत्रकार एवं फिल्मकार के रूप में चर्चित है। उदय प्रकाश जनवादी विश्वदृष्टि रखने वाले, कवि है। इनकी कविताओं में जीवन के ठोस अनुभव संपूर्णता और सहजता के साथ आते हैं। इनकी, कुछ कृतियों का अंग्रेजी, जर्मन, जापानी एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में अनुवाद हुआ है। इनकी, कई कहानियों के नाट्य रुपांतर और सफल मंचन हुए हैं। वे कई टी. वी. धारावाहिकों के निर्देशक, पट कथाकार रहे हैं। सम्प्रति वे स्वत्रंत लेखन, फिल्म निर्माण और स्वतंत्र पत्रकारिता में व्यस्त हैं।, , साहित्य परिचय :, , 1. काव्य संग्रह - सुनो कारीगर, अबूतर कबूतर, रात में हारमोनियम, एक भाषा हुआ करती है,, कूवि ने कहा।, , 2. कथा साहित्य - टरियाजी का स्कूटर, अरेबा परेबा, और अंत में प्रार्थना, मोहनदास, मंगोंसिल,, पीली, छतरीवाली लडकी।, , 3. निवंध और आलोचना संग्रह - ईश्वर की आंख, नयी सदी का पंचतंत्र, तेरी मेरी बात।, , 4. पुरस्कार :- भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार, ओम प्रकाश सम्मान, श्रीकांत वर्मा पुरस्कार,, मुक्तिवोध सम्मान, द्विजदेव सम्मान, वनमाली सम्मान, पहल सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय पुश्किन सम्मान,, साहत्य अकादमी पुरस्कार, , रे उटय प्रकाश ने 'सत्ता' कविता में समकालीन परिवेश सच्चाइयों को उजागर किया है। कवि, 3 इस कविता के माध्यम से आम आदमी और सत्ताधीश के चरित्र को लोगों के सामने रखने का, >पास किया है। साथ ही किस तरह सत्ताधारी आम आदमी हर हावि होते हैं, इसका दस्तावेज रखा, है। सशाधारियों की अपराधी वृत्ति, गलत नीतियाँ एवं सामाजिक विसंगतियों का विरोध किया जाएगा, , ३5 +33222335% ८ +-+-निकल 3२ लत नस +>-न>>33_ परत. 0... 1
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तो उस विरोध करनेवालों को ही पागल, अपराधी या देशद्रोही साबित किया जाएगा। स्वतंत्र भा, में व्यक्ति स्वतंत्रता की बात नहीं की जाएगी यदि कोई करता भी है तो उसे आजीवन काग़वाम्म, डाला जाएगा। व्यक्ति व्यक्ति के बीच संशय का वातावरण तैयार हो गया है इसलिए, अविश्वास छ, अकेलापन की स्थिति पैदा हो गई है।, , सत्ता, जो करेगा लगातार अपराध का विरोध, अपराधी सिद्ध कर दिया जाएगा, , जो सोचा चाहेगा वर्षों के बाद सिर्फ एक बार थककर, उसे जगाए रखा जाएगा भविष्य भर, , जो अपने रोग के लिए खोजने निकलेगा दवाई की दुकान, उसे लगा दी जाएगी किसी और रोग की सूई, , जो चाहेगा हँसना बहुत सारे दुखों के बीच, उसके जीवन में भर दिए जाएँगे आँसू और आह, , जो माँगेगा दुआ, दिया जाएगा उसे शाप, सबसे मीठे शब्दों को मिलेगी सबसे असभ्य गालियाँ, जो करना चाहेगा प्यार दी जाएँगी उसे नींद की गोलियाँ, , जो बोलगा सच अफवाहों से घेर दिया जाएगा उसे, जो होगा सबसे कमजोर और वध्य, उसे बना दिया जाएगा संदिग्ध और डरावना, जो चाहेगा स्वतंत्रता दिया जाएगा उसे आजीवन कारावास 1, एक दिन लगेगा हर किसी को, नहीं है कोई अपना, कहीं आसपास !!, , «१५ «१५ «1» «!« «५» «१५ «७,, 5१३ «१५७ «१५ «१५ «१५ «१० «!., हह मेर मर नर भर म९ मे २६ २६ २६ २६ २६