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उसके सिर पर बादामी रंग की कलगी होती है जिसके सिरे काले और सफेद होते हैं| इसकी दुम का हिस्सा सफेद और बाहरी, हिस्सा काले रंग का होता है | इसकी चोंच पतली, लम्बी और तीखी होती है|, , (ख) अब कौवे या कबूतर को पहचानने के लिए चार-पाँच बिंदु लिखो | यह जनाने के लिए तुम्हें इन पक्षियों को कुछ समय तक बहुत, गौर से देखना होगा |, , उत्तर- कौवे की पहचान, , . कौवा काले रंग का होता है|, , 2. कौवा कोयल से बड़ा होता है |, , 3. इसके बोलने पर 'कॉव-कॉव की आवाज आती है |?, , 4. इसकी चोंच काली और लंबी होती है|, , तरह-तरह की नाम, , तुम्हारे आसपास कौन - कौन से पक्षी पाए जाते हैं, उनके नामों की सूची बनाओ | तुम्हारे और तुम्हारे दोस्तों के घर की भाषा में क्या, कहते हैं? जिन पक्षियो के नाम तुम्हें नहीं पता है, उनके नाम तुम्हें पता करने होंगे |, , उत्तर- पक्षियों के नाम, 4. कौवा, 2. कबूतर, 3. गौरैया, 4. कोयल, 5. तोता, 6. बगुला |, , बातचीत, , तुमने हुदहुद से जुड़ी एक कहानी पढ़ी है | उस कहानी को बातचीत के रूप में लिखो | नीचे हमने इस बातचीत को तुम्हारे लिए शुरू, कर दिया है, शाह सुलेमान - अरे भाई गिद्ध! जरा मेरी बात तो सुनो |, , गिद्ध (उड़ते-उड़ते) - कहिए, मगर जरा जल्दी से |, , शाह सुलेमान - . ब््, गिद्ध - ..........----०«०«, , तुम अपने दोस्तों के साथ बातचीत को कक्षा में नाटक के रूप में प्रस्तुत कर सकते हो |, , उत्तर- शाह सुलेमान - मुझे गर्मी लग रही है| तुम अपने पंखों से मेरे सिर पर छाया कर दो |, , गिद्ध - हम तो इतने छोटे हैं| हम छाया कैसे कर सकते हैं?, , (गिद्ध उड़ते हुए आगे चले जाते हैं | हुदहुद का मुखिया उड़ता हुआ आता है|), , शाह सुलेमान - अरे भाई हुदहुद! जरा इधर तो आओ |, , मुखिया हुदहुद - (उड़ता हुआ पास आकर) कहिए, महाराज! क्या बात है?, , शाह सुलेमान - इस समय मैं तपती धूप से परेशान हो गया हूँ| क्या तुम मेरी कुछ मदद करोगे |, , मुखिया हुदहुद - कुछ उपाय करता हूँ| आप थोड़ी देर इंतजार कीजिए |, , (थोड़ी देर में बहुत सारे हुदहुद आकाश में उड़ते हुए आते हैं और बादशाह सुलेमान के सिर पर छाया कर देते हैं), शाह सुलेमान - (खुश होकर) वाह! तुम सब ने तो कमाल कर दिया |, , मुखिया हुदहुद - यह तो हमारा फर्ज था |, , , , 2/4
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शाह सुलेमान - तुम सब कितने अच्छे हो | मैंने तो गिद्धों से भी मदद माँगी थी | उनके पंख भी बड़े - बड़े थे | वे चाहते तो मेरी मदद, कर सकते थे पर उन्होंने मेरी मदद नहीं की |, , दूसरा हुद॒हुद - उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था| किसी की मदद करने में तो हमें खुशी होनी चाहिए |, , शाह सुलेमान - (मुस्कुराते हुए) तुम गिद्धों से छोटे तो हो पर उनसे अधिक चतुर हो | तुम सबने मिलकर मेरी सहायता की है | मैं, तुमसे बहुत प्रसन्न हूँ| बताओ, तुम्हारी क्या इच्छा है?, , मुखिया - महाराज मैं अपनी सभी साथियों से सलाह करने के बाद ही अपनी इच्छा बताऊँगा |, , शाह सुलेमान - ठीक है |, , (मुखिया हुदहुद अपने साथ कुछ बातें करता है |), , शाह सुलेमान - सलाह हो गई? वरदान माँग लो |, , मुखिया - महाराज! आज से हमारे सिर पर कलंक सोने की कलगी निकल आए |, , शाह सुलेमान - (हँसकर) मुखिया इसका फल क्या होगा यह तुमने सोच लिया है?, , मुखिया - हाँ, महाराज! खूब विचार करके यह वर माँगा है|, , शाह सुलेमान - ठीक है, ऐसा सही हो |, , (सभी हुदहुद के सिर परसोने की कलगी निकल आती है| सभी खुश हो कर चले जाते हैं |), , (कुछ दिन बाद..... महाराज के दरबार में हुदहुदों का मुखिया पहुँचता है |), , मुखिया - (घबराया हुआ) महाराज, हमारी रक्षा कीजिए |, , शाह सुलेमान - क्यों क्या हुआ?, , मुखिया - महाराज वरदान वापस ले लीजिए | जब से हमारे सिर पर सोने की कलगी निकल आई तब से लोग हमें ढूँढ-ढूँढ कर मानने, लगे हैं|, , शाह सुलेमान - मैंने तो शुरू में ही तुम्हे चेतावनी दी थी | खैर, जाओ आज से तुम्हारे सिर का ताज सोने का नहीं बल्कि सुंदर परों का, हुआ करेगा |, , मुखिया - (खुश होकर) महाराज! आपका बहुत - बहुत धन्यवाद | (पर्दा गिरता है |), , रंगारंग, , (क) हुदहुद का सारा शरीर रंग-बिरंगा और चटकीला होता है |, , हुदहुद का रंग चटकीला बताया जाता है | रंग कैसे हैं- यह बताने के लिए कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है | जैसे, फीका, रंग, चटकीले रंग आदि |, , बताओ कि ऐसे किन - किन चीजों के रंग होते हैं|, , , , , , , , , , , , उत्तररंग का नाम इस रंग की चीजों के नाम, गहरा पत्तियाँ, कौवा, भालू, फीका आसमान, मिट्टी, खरगोश, हाथी, भड़कीला पलाश का फूल, तोता, मोर |, , 3/4