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(छ़5: टा455-5 प्रात, उटडारा' 5000ा5, रिमझिम पाठ- 40. एक दिन की बादशाहत, , कहानी की बात, , प्रश्न . अब्बा ने क्या सोचकर आरिफ़ की बात मान ली?, , उत्तर- अब्बा ने यह सोचकर आरिफ़ की बात मान ली कि रोज सभी इन बच्चों पर हुक्म चलाते हैं| क्यों न एक दिन के लिए ये हक़, इन्हें भी दे दिया जाए |, , प्रश्न 2. वह एक दिन बहुत अनोखा था जब बच्चों को बड़ों के अधिकार मिल गए थे | वह दिन बीत जाने के बाद इन्होंने क्या, सोचा होगा, *आरिफ़ ने , “अम्मा ने , *दादी ने, , उत्तर- * आरिफ़ ने सोचा होगा कि यह दिन कितना आनंददायक था | काश ऐसा दिन रोज़ आए|, , * अम्मा ने सोचा होगा कि बच्चों को थोड़ी- बहुत आज़ादी जरूर देनी चाहिए और इनकी भावनाओं को समझना चाहिए |, , * दादी ने सोचा होगा कि हम प्रतिदिन इन बच्चों को कितना कष्ट देते हैं |, , तुम्हारी बात, , प्रश्न . अगर तुम्हे घर में एक दिन के लिए सारे अधिकार दे दिए जाएँ तो तुम क्या-क्या करोगी?, , उत्तर- अगर हमें घर में एक दिन के लिए सारे अधिकार दे दिए जाएँ तो हम अपने मन की सभी इच्छाओं को पूरा करना चाहेगे जैसेमनपसंद चीजें बनाकर खाएँगे, खूब खेलेंगे |, , प्रश्न 2. कहानी में ऐसे कई काम बताए गए हैं जो बड़े लोग आरिफ और सलीम से करने के लिए कहते थे | तुम्हारे विचार से उनमें से, कौन - कौन से काम उन्हें बिना शिकायत किए कर देने चाहिए थे और कौन - कौन से कामों के लिए मना कर देना चाहिए |, , उत्तर - आरिफ़ और सलीम को रात में जल्दी सोना है, सुबह जल्दी उठना, धीमी आवाज में गाना, बाहर नहीं जाना,शोर ना करना,, खुद नहा लेना, कम घूमना-फिरना आदि काम बिना शिकायत किए कर लेने चाहिए थे| वहीं उन्हें सादा नाश्ता करने, बेकार खाना, खाने, बेकार कपड़े पहनने, जैसे कामों के लिए मना कर देना चाहिए था|, , तरकीब, , “दोनों घंटो बैठकर इन पाबंदियों से बच निकलने की तरकीबें सोचा करते थे |”, प्रश्न 4. तुम्हारे विचार से वे कौन - कौन सी तरकीबें सोचते होंगे?, , उत्तर - .काश हमें कोई ऐसी जगह मिल जाए, जहां कोई डांटे नहीं |, , 2. हमें भी बड़ों को डाँटने का अधिकार मिल जाए |, , 3. हम जल्दी से बड़े हो जाए|, , /4
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प्रश्न 2. कौन सी तरकीब से उनकी इच्छा पूरी हो गई थी?, उत्तर - उन्होंने बड़ों के सभी अधिकार मांग लिए थे और बड़ों को छोटो की तरह रहने के लिए कहा था, जिससे उनकी इच्छा पूरी हो, गई थी |, , प्रश्न 3. क्या तुम उन दोनों को इस तरकीब से भी अच्छी तरकीब सुझा सकते हो?, उत्तर - इससे अच्छा था कि उन दोनों को अपनी कुछ आदतों का सुधार कर लेना चाहिए था|, , अधिकार की बात “......आज तो उनके सारे अधिकार छीने जा चुके हैं | ”, , प्रश्न 4. अम्मी के अधिकार किसने छीन लिए थे?, उत्तर- अम्मी के अधिकार आरिफ़ और सलीम ने छीन लिए थे |, , प्रश्न 2. क्या उन्हें अम्मी के अधिकार छिनने चाहिए थे?, उत्तर- अम्मी के अधिकार उन्हें नहीं छिनने चाहिए थे| लेकिन अम्मी को भी उनकी भावनाओं को समझना चाहिए था|, , प्रश्न 3. उन्होंने अम्मी के कौन-कौन से अधिकार छीने होंगे?, उत्तर- उन्होंने अम्मी से डाँटने, सुबह जल्दी उठाने, अपनी पसंद का खाना बनवाने जैसे अधिकार छीने होंगे |, , बादशाहत, प्रश्न 4. 'बादशाहत? क्या होती है? चर्चा करो |, उत्तर- किसी क्षेत्र, राज्य या देश आदि पर शासन कर पूरा अधिकार जमाना तथा अपनी मनमर्जी करना बादशाहत होती है|, , प्रश्न 2. तुम्हारे विचार से इस कहानी का नाम 'एक दिन का बादशाहत? क्यों रखा गया है? तुम भी अपने मन से सोचकर कहानी को, कोई शीर्षक दो |, , उत्तर- आरिफ़ तथा सलीम दोनों को एक दिन के लिए बड़ों के सभी अधिकार दिए गए थे| इसलिए कहानी का नाम 'एक दिन की, बादशाहत” रखा गया है| कहानी का अन्य शीर्षक “बच्चों का बचपन” भी हो सकता है|, , प्रश्न 3. कहानी में उस दिन बच्चों को सारे काम करने पड़े थे| ऐसे में कौन एक दिन का असली “बादशाह” बन गया था?, उत्तर- कहानी में उस दिन बच्चों को सारे बड़ों वाले काम करने पड़े थे| ऐसे में बच्चे एक दिन के लिए असली बादशाह बन गए, थे क्योंकि उस दिन उन्हें सभी अधिकार प्राप्त थे|, , तर माल, “रोज़ की तरह आज वह तर माल अपने पास न रख सकती थी |”, , 2/4
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प्रश्न 4. कहानी में किन-किन चीजों को तर माल कहा गया है |, उत्तर- कहानी में अंडे और मक्खन जैसी चीजों को तर माल कहा गया है |, , प्रश्न 2. इन चीजों के अलावा और किन-किन चीजों को “तर माल” कहा जा सकता है?, उत्तर- इन चीजों के अलावा हलवा-पूरी, खीर, मिठाइयाँ, पकवान आदि चीजों को तर माल कहा जा सकता है|, , प्रश्न 3. कुछ ऐसी चीजों के नाम भी बताओ, जो तुम्हे “तर माल' नहीं लगतीं |, उत्तर- चावल, दाल कुछ सब्जियाँ, दलिया , दूध, रोटी हमें तर माल नहीं लगतीं |, , प्रश्न 4. इन चीजों को तुम क्या नाम देना चाहोगी? सुझाओ |, उत्तर- इन चीजों को हम “खाद्य पदार्थ” नाम देना चाहेंगे |, , मनपसंद कपड़े, , “बिल्कुल इसी तरह तो आरिफ़ और सलीम से उनकी मनपसंद कमीज़ उतरवा कर निहायत बेकार कपड़े पहनने का हुक्म लगाया, करती हैं|”, , प्रश्न 4. तुम्हे भी अपना कोई खास कपड़ा सबसे अच्छा लगता होगा | उस कपड़े के बारे में बताओ | वह तुम्हे सबसे अच्छा क्यों, लगता है?, , उत्तर- मुझे अपनी एक रेशमी पैंट और कमीज़ बहुत अच्छी लगती है क्योंकि इसका रंग और चमक बहुत ही अच्छा है| साथ ही, इसका कपड़ा भी बहुत मुलायम और आरामदायक है|, , प्रश्न 2. कौन-कौन सी चीज़े बिल्कुल बेकार लगती हैं?, (क) पहनने की चीज़े, , (ख) खाने - पीने की चीज़े, , (ग) करने के काम, , (घ) खेल, , उ त्तर- (क)पहनने की चीज़ें- पुराने कपड़े, फीके रंगों के कपड़े आदि |, , (ख) खाने - पीने की चीज़े - अधिक मीठी चीज़ें, तीखी चीज़ें, खट्टी चीज़ें, घटिया और नकली पेय प्रदार्थ आदि |, (ग) करने के काम - सुबह जल्दी उठाना, अधिक पढ़ना, टी.वी. देखना |, , (घ) खेल - शतरंग, बर्फ का खेल, घुड़सवारी |, , हल्का-भारी, , 3/4
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प्रश्न (क) “इतनी भारी साड़ी क्यों पहनी?, यहाँ पर * भारी साड़ी ? से क्या मतलाब है?, - साड़ी का वजन ज्यादा था|, , - साड़ी पर बड़े - बड़े नमूने बने हुए थे|, -साड़ी पर बेल - बूटों की कढ़ाई थी |, उत्तर- साड़ी पर बेल-बूटों की कढ़ाई थी |, , (ख) *भारी साड़ी , “भारी अटैची , *भारी काम , *भारी बारिश, , ऊपरी “भारी” विशेषण का चार अलग-अलग संज्ञाओं के साथ इस्तेमाल किया गया है | इन चारों में “भारी? का अर्थ एक-सा नहीं है|, इनमें क्या अंतर है?, , उत्तर- *भारी साड़ी में भारी”? विशेषण अधिक महँगी या अधिक कधैदार साड़ी के लिए प्रयोग किया गया है|, , * भारी अटैची में 'भारी” विशेषण वजनदार चीज के लिए प्रयोग किया गया है|, , * भारी काम में “भारी? विशेषण मुश्किल काम के लिए प्रयोग किया गया है |, , * भारी बारिश में “भारी? विशेषण अधिक के लिए प्रयोग किया गया है|, , (ग) 'भारी? की तरह हल्का का भी अलग-अलग अर्थो में इस्तेमाल करो |, उत्तर- हल्का कपडा, हल्का काम, हल्का लड़का, हल्का डिब्बा, हल्का बर्तन |, , , , 4/4