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प्रश्न 1. तालाब के किनारे अपने | को मरा दें न, अपने मन में क्या-क्या सोचा? के य हि ->, उत्तर-तालाब के किनारे अपने भाइयों को मरा देखकर युधिष्ठिर ने निम्नलिखित, . बातें सोची(४) उनके शरीर पर कोई निशान न देखकर सब कुछ मायाजाल जैसा लगा।, (४) हो सकता है कि यह दुर्योधन का षड्यंत्र हो।, (४४) संभव है पानी .में विष मिला हो।, प्रश्न 2. यक्ष के रूप में कौन प्रश्न पूछ रहा था? उसने युधिष्ठिर को क्या, आशीष दिया?, उत्तर-यक्ष के रूप में स्वयं धर्मदेव प्रश्न पूछ रहे थे। उन्होंने युधिष्ठिर को, आशीष दिया कि(४) बारह वर्ष के बाद बारह माह का अज्ञातवास सफलता पूर्वक पूरा हो जाएगा।, तुम्हें और तुम्हारे भाइयों को कोई पहचान नहीं सकेगा।, (४४) व्रुम अपनी प्रतिज्ञा सफलता पूर्वक पूरा करोगे।, प्रश्न 3. 'अज्ञातवास मत्स्य देश में बिताना ठीक रहेगा' इसके लिए अर्जुन, ने क्या-क्या तर्क विए? '
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'ण.... प्रश्न 1. अर्जुन के यूँ अचानक प्रकट होने पर भी कर्ण क्यों नहीं घबराया? |क्, , न . उत्तर-अर्जुन के यूं अचानक रणक्षेत्र में आने पर भी कर्ण इसलिए नहों घबराया, , हे क्योंकि वनवास और अज्ञातवास की अवधि पूरी होने से पहले पांडव पहचान में आ, , छ्। जाते हैं तो उन्हें पुन: बारह वर्ष का वनवास तथा एक वर्ष का अज्ञातवास बिताना होगा।, , ; |. प्रश्न 2. पांडवों की वनवास अवधि के बारे में भीष्म ने दुर्योधन को क्या, , बताया?, , ै उत्तर-भीष्म ने दुर्योधन को बताया कि पांडवों के वनवास की अवधि कल ही, , ह पूरी हो चुकी है सूर्य, चंद्र, ग्रह की गति, वर्ष, महीने और पक्ष विभाग के पारस्परिक, संबंध का ज्ञान रखने वाले इसकी पुष्टि करेंगे। तुम्हारी गणना में जरूर गलती हो गई, , ; है, क्योंकि सभी महीनों में दिनों की संख्या एक समान नहीं होती है।, ; 3. अर्जुन ने विजयोपरांत किस रूप में नगर में प्रवेश किया और, , , , : उत्तर- है अर्जुन ने शाजकुमार उत्तर से कहा कि इस विजय का श्रेय तुम्हों को, त्रा च के प्न्॒ विजयी योद्धा की भाँति चंदन लगाकर तथा फूलों का हार, , में प्रेशकिया। हे, , , , डा #