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प्रयाग पब्लिक स्कूल, , कक्षा- 8 विषय हिन्दी, पाठ-16 पानी की कहानी, , विधा- निबंध, , लेखक - राम चन्द्र तिवारी, , लेखक परिचय- रामचंद्र तिवारी का जन्म 1924 में नेपाल के महोत्तरी नामक जिले में हुआ, था। इनकी उच्च शिक्षा लखनऊ प्रांत से हुई थी। आप गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर, पर कार्यरत थे। राम चन्द्र तिवारी जी ने अनेक आत्मकथा, कहानियाँ एवं निबंध के द्वारा, हिंदी साहित्य को समृद्ध किया। पानी की कहानी आपके द्वारा लिखी गयी एक उत्तकृष्ट, निबंध है जिसमें आपने ओस की बूंद के द्वारा पानी का परिचय दिया है।, , कठिन शब्दार्थ, शब्द अर्थ वाक्य प्रयोग, , अविश्वास भरोसा न रह जाना आज लोगों के मन में नेताओं के प्रति अविश्वास, का भाव है।, , असंख्य अनगिनत आसमान में असंख्य तारे हैं।, , उत्सुकता कुछ जानने-समझने की इच्छा उसने उत्सुकता से उस विचित्र प्राणी को देखा।, साँसत कष्ट श्याम के भाई को दुर्घटना की वजह से अत्यधिक सांसत हुआ।, परिपूर्ण भरा हुआ डा. अम्बेडकर सभी गुणों से परिपूर्ण थे।, , पुरखा पूर्वज हमें अपने पुरखों के विचारों का सम्मान करना चाहिए।, विद्यमान मौजूद ईश्वर की कृपा से आज हमारे घर में सभी चीजें विद्यमान हैं।, ब्रहमाण्ड संपूर्ण लोक ब्रहमांड में अनेक तरह के ग्रह-नक्षत्र इत्यादि मौजूद है।, वर्णनातीत जिसका वर्णन न किया जा सके विवेकानंद वर्णनातीत प्रतिभा के थे।, , बहुतायत अधिकता आज हमारे देश के लोग बहुतायत शिक्षित हो रहे हैं।, , आलेख (एछालवबांणा)
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प्रश्नोत्तर, प्रश्न 1. लेखक को ओस की बूँद कहाँ मित्री ?, , उत्तर - लेखक को ओस की बूँद सुबह काम पर जाते समय बेर के पेड़ से लेखक की हथेली, पर आ गिरी।, , प्रश्न 2. ओस की बूँद क्रोध और घृणा से क्यों काँप उठी?, , उत्तर- ओस की बूँद क्रोध और घृणा से इसलिए कॉप उठी क्योंकि ओस की बूँद बेर के पेड़ से, बहुत नाराज थी। वह लेखक को बताती हैं कि सभी पेड़ों की जड़ों के रोएँ बहुत निर्दयी होते, हैं। वे जबरदस्ती उनको पृथ्वी से खींच लेते हैं। फिर उनका पूरा उपयोग कर उनको बाहर, फैंक देते है। इस कारण कई बूँदें नष्ट हो जाती हैं और कुछ अपना रूप खो देती हैं।, , प्रश्न 3. हाइड्रोजज और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज/पुरखा क्यों कहा?, , उत्तर- हाइड्रोजज और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज/ पुरखा इसलिए कहा है क्योंकि, अरबों वर्ष पहले 'हाइड्रोजन' और 'ऑक्सीजन' की रासायनिक क्रिया के फलस्वरूप पानी की, उत्पत्ति हुई थी।, , प्रश्न 4. 'पानी की कहानी” के आधार पर पानी के जन्म और जीवन-यात्रा का वर्णन अपने, शब्दों में कीजिए?, , उत्तर- 'पानी की कहानी' के आधार पर पानी का जन्म अरबों वर्ष पहले 'हाइड्रोजन' और, 'ऑक्सीजन' की रासायनिक क्रिया के फलस्वरूप हुआ। और तब से लेकर आज तक पानी की, जीवन यात्रा बहुत कठिन रही है। उसने भाप के रूप में जन्म लिया। फिर लाखों वर्षों तक, ठोस बर्फ का रूप धारण किया। सूर्य की गर्मी और गर्म जत्र धारा के संपर्क में आने पर, अपना रूप बदला और तरल्र पानी का रूप ले लिया और फिर समुद्र में पहुंच गई। समुद्र में, पहुंच कर समुद्र की विचित्र दुनिया का भरपूर मजा लिया। फिर उसके बाद समुद्र से बाहर, निकलने की कोशिश शुरू कर दी है। अनेक कोशिशों के बाद ज्वालामुखी के संपर्क में आने से, भाप बनकर फिर आसमान में पहुंच गई। घने बादलों के साथ बरस कर पुनः धरती पर आ, गई। धरती पर नदी के रूप में बहते हुए एक नल के अंदर पहुंच गई। सौभाग्य से नल एक, जगह टूटा हुआ था तो, उस टूटे हुए नल से जैसे-तैसे बाहर आकर एक बेर के पेड़ पर अटक, गई और फिर सूरज की रोशनी पाकर फिर से भाप में परिवर्तित होकर आसमान में वापस, पहुंच गई।, , प्रश्न 5. कहानी के अंत और आरम्भ के हिस्से को स्वयं पढ़ कर देखिए और बताइए कि, ओस की बूँद लेखक को आपबीती सुनाते हुए किसकी प्रतीक्षा कर रही थी?, , उत्तर- ओस की बूँद लेखक को आपबीती सुनाते हुए सूर्य के निकलने की प्रतीक्षा कर रही, , थी। जिससे सूर्य की गर्मी से पुनः भाष में परिवर्तित होकर वापस आसमान मैं पहुंच जाये।, , , , , , अतिरिक्त प्रश्न बहुविकल्पीय
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2 क्रोध और घृणा से उसका शरीर कांप उठा।, , 3 मैं लगभग 3 दिन तक यह साँसत भोगती रही।, , 4 मैं कई मास इधर उधर घूमती रही।, , 5 वह ओस की बूंद धीरे-धीरे घटी और आंखों से ओझलर हो गई।, रचनात्मक अभिव्यक्ति (#लाशा), , 1. पानी की कहानी में लेखक ने कल्पना और वैज्ञानिक तथ्य का आधार लेकर ओस की, बूंद की यात्रा का वर्णन किया है। ओस की बूंद अनेक अवस्थाओं में सूर्यमंडल्र, पृथ्वी,, वायु, समुद्र, ज्वालामुखी, बादल, नदी और जल से होते हुए पेड़ के पत्ते तक की यात्रा, करती है। इस कहानी की भांति आप भी लोहे अथवा प्लास्टिक की कहानी लिखिए।, , 2. जलचक्र के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए और पानी की कहानी से तुलना करके, देखिए कि लेखक ने पानी की कहानी में कौन-कौन सी बातें विस्तार से बताई है।