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हू 3, , 10.चलना हमारा काम है, - शिवमंगल सिंह ' सुमन, ॥ एक वाक्या मेंवुत्तर लिखिए :, 1) पैरों में कैसी गति भरी है ?, उत्तर: पेरों में प्रबल गति भरी है।, 2) कवि के अनुसार कब तक विराम नहीं है ?, उत्तर :- कवि के अनुसार जबतक न मंजिल पा सकूँ तब तक विराम नहीं है |, 3) हमारा काम क्या है ?, उत्तर :- चलना हमारा काम है।, 4) कवि किसकी खोज में भटक रहे हैं ?, उत्तर :- कवि पूर्णता खोज में भटक रहे हैं, 5) प्रत्येक पग पर क्या अटकता रहा हैं?, उत्तर : प्रत्येक पग पर कुछ न कुछ बाधाएं अटकता रहा हैं ।, 6) किसकी गति रुकी नहीं है ?, उत्तर :- जीवन की गति रुकी नहीं है।, 7) ' चलना हमारा काम है ' के कवि कौन है ?, उत्तर - ' चलना हमारा काम है ' के कवि शिवमंगल सिंह ' सुमन ' है।, ॥,दो-तीन वाकयों में उत्तर लिखिए :, 1) ' आज मेरे सामने है रास्ता इतना पड़ा ' पंक्ति का आशय क्या है ?, उत्तर :- ' आज मेरे सामने है रास्ता इतना पड़ा ' पंक्ति का आशय यह है कि आज, कवि के सामने (रास्ता) समय बहुत है जब तक विश्राम नहीं करना चाहिए मंजिल, नहीं मिलती ऐसा तात्पर्य है।, 2) कविता की अंतिम, पंक्तियों में कवि ने क्या संदेश दिया है ?, उत्तर :-अंतिम पंक्तियों में यह संदेश दिया है कि मंजिल पाने के लिए चलते रहे,उसमें, अपनी गति रुक कर अगर कोई गिर गए सो गिर गए पर जो रह गए उनको उत्तम, सफलता मिलती है। इसलिए चलना हमारा काम है।, ॥.तुकांत शब्दों को पहचानकर लिखिए :, 1) खड़ा - पड़ा, 2) विराम - जयराम, 3) काम - नाम, 4) उत्तम - शुभम, 1४,निम्नलिखित पंक्तियों को सही शब्दों से भरिए :, 1) फिर क्यों रहूँ मुझे ने विराम खड़ा, 2) तब तक. खो न विराम है, 3) कुछ बीच ही से फिर गए